गन्ना खरीद में चीनी मिलों की चलती है मनमानी, किसान परेशान
जागरण टीम, फतेहपुर : चीनी मिल की मनमाने रवैये से किसानों को गन्ने के समर्थन मूल्य का फायद
जागरण टीम, फतेहपुर : चीनी मिल की मनमाने रवैये से किसानों को गन्ने के समर्थन मूल्य का फायदा नहीं मिल पा रहा है। चीनी मिल मनमाने ढंग से गन्ना खरीद केंद्र चालू व बंद करती है। तीन वर्षो में दो गन्ना खरीद केंद्रों को बंद कर दिया गया है। जिला गन्ना सहकारी समिति ने इन केंद्रों को चालू करने का बोर्ड का प्रस्ताव दिया, बावजूद इसके इन केंद्रों को संचालित नहीं किया गया। हैदरगढ़ चीनी मिल ने जिले में गन्ना खरीद शुरू करने के साथ ही जिले भर में 13 गन्ना खरीद केंद्र खोले थे। इसमें बकेवर, खजुहा, डारी, रनूपुर, नसेनियां, जोनिहां, दमापुर, सठिगवां, गोपालगंज, सैदनपुर, अइमापुर, किशुनपुर व धाता में गन्ना खरीद केंद्र संचालित किए गए। चीनी मिल ने बिना गन्ना समिति व बोर्ड को विश्वास में लिए ही डारी, रनूपुर व दमापुर गन्ना खरीद केंद्र बंद कर दिए। इतना ही खाग तहसील में चार के अलावा दो केंद्र अतिरिक्त खोल दिए गए। जिला गन्ना समिति के अध्यक्ष खेमराज उमराव कहते हैं चीनी मिल विभागीय नियमों की अनदेखी कर गन्ना केंद्र बंद कर देती है। नए गन्ना केंद्र अपनी सुविधानुसार खोलती है। नए पेराई सत्र के लिए बंद गन्ना क्रय केंद्र रनूपुर, डारी व दमापुर में गन्ने का सर्वे ही न के बराबर किया गया है। तीन साल से क्रय केंद्र बंद होने के कारण इस क्षेत्र में किसान गन्ने की खेती भी लगातार घटा रहे हैं। क्रय केंद्र किसानों के हितों को देखते हुए खोले जाने चाहिए। ------------------ रनूपुर गन्ना केंद्र को चीनी मिल ने बंद कर दिया। इसके बाद से गन्ना किसानों को सस्ते मूल्य पर क्रेसर में गन्ना बेचना पड़ रहा है। अब किसान धीरे-धीरे गन्ने की खेती कम कर रहे हैं। - शिव प्रसाद उत्तम दुर्गापुर
गन्ना क्रय केंद्रों को बंद करने के पीछे चीनी मिल के अधिकारियों की मनमानी है। जिस क्षेत्र में दो गन्ना क्रय केंद्र थे वहां पर एक कर दिया गया। किसान को हफ्तों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। -कैलाश नाथ इच्छापुर
जिले में गन्ने का क्षेत्रफल काफी है। हैदरगढ़ चीनी मिल मनमानी करती है। इस कारण किसानों को सरकार द्वारा घोषित गन्ना मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता है। - संतोष पाल पनेरुवा
गन्ना केंद्र बढ़ाने के बजाय चीनी मिल गन्ना केंद्र घटा रही है। जहां पर गन्ना माफिया से मिली भगत है वहां पर अतिरिक्त क्रय केंद्र खोल दिए जा रहे हैं। जहां किसान जागरूक है घटतौली व माफिया का विरोध करता है।
- ब्रजेश कुमार गो¨वदपुर बेलारी