हरियाली को उड़ान देने को बढ़े कदम
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बारिश भले दगा दे रही हो लेकिन बसुधा को हरियाली का गहना पि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बारिश भले दगा दे रही हो लेकिन बसुधा को हरियाली का गहना पिरोने के लिए कदम बढ़ गए है। स्कूल-कालेज सहित संगठनों के जीवन के लिए एक पौध का संकल्प दिलाकर हर किसी को संजीदा कर रहे है। पर्यावरण के बिगड़ते स्वरूप से आहत आम जन में भी बातें ही नहीं कुछ कर दिखाने का जज्बा पैदा हो गया है। जागरण का साथ मिला तो ठिठके कदम आगे बढ़ गए। शुक्रवार को शहर के आधा दर्जन स्कूलों में पौधरोपण कर बच्चों ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया।
धरती में पौधों की होती जा रही कमी के कारण ही प्रकृति का रूझान बदलता जा रहा है। धरती के बढ़ते तापमान से बारिश व ठंड कम होती जा रही है। सूखे के चलते धरती का गागर भी सूखती जा रही है। प्रदूषण ने समूचे मानव जीवन को ही संकट में डाल दिया है। कहा भी गया है कि 'वृक्ष धरा के भूषण हैं, करते दूर प्रदूषण हैं।' पर्यावरण बचाने के नारों के साथ शुक्रवार को दैनिक जागण के पौध लगाएं, वृक्ष बचाएं के अभियान के तहत शहर के सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों ने पौधरोपण कर हरियाली का संदेश दिया। इस मौके पर प्रबंधक नीतिश कुमार ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य है, बच्चों के अंदर पर्यावरण व सामाजिक दायित्वों का बोध होना देश के लिए शुभ संकेत है। प्रधानाचार्य जीपी मिश्र ने कहा कहा कि दैनिक जागरण की पहल पर आज जो पौध लगाए गए है बच्चे उन्हें गोद लेकर वृक्ष का रूप देंगे। यह पौध आगे चलकर बच्चों की पहचान बनेगी। इस मौके पर प्रखर, आलोक, अशोक मिश्र, निरंकार, अर¨वद मिश्रा, रेखा आदि रहे।
मदर सुहाग एजूकेशन सेंटर सुल्ताननगर में शिक्षक व बच्चों ने प्रांगण में आधा सैकड़ा से अधिक फल व छायादार पौध लगाकर उनकी सुरक्षा की शपथ ली। प्रधानाचार्य शैलेष ¨सह ने कहा कि हर छात्र-छात्रा को एक-एक पौध लगाने का संकल्प लेना है। घर व मोहल्ले में भी पौधों के महत्व को बताकर पौधरोपण अधिक से अधिक कराएं। इस मौके पर रश्मि सचान, दीपा ¨सह, अंशिका ¨सह, शिवराम, राहुल, दिव्या रस्तोगी सहित अनेक छात्र रहे। इसी प्रकार मां सरस्वती ज्ञान मंदिर जयरामनगर में बच्चों के साथ शिक्षकों ने प्रांगण में पौध रोपित कर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रबंधक पवन ¨सह गौर, प्रधानाचार्य रणवीर ¨सह, संजय ¨सह, फारूक खान, राजेंद्र, राजेश वर्मा, कौशलेंद्र आदि रहे।