मूल्यांकन खत्म होने के बाद बनने लगे पावना
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के दायित्व से मुक्त होने के
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के दायित्व से मुक्त होने के बाद परीक्षकों ने पावना देयक (पारिश्रमिक बिल) प्रपत्र भरने का काम हुआ। दो केंद्रों में मूल्यांकन कार्य खत्म हो जाने के बाद विभाग ने राहत की सांस ली है तो दिनभर के झंझावतों से जूझ रहे परीक्षक बने शिक्षकों ने राहत महसूस की। वहीं इंटर के दोनों मूल्यांकन केंद्रों में महज 14,000 कापियां ही शेष बची हैं।
हाईस्कूल मूल्यांकन के सदाशिव इंटर कॉलेज और एएस इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया था। दोनों केंद्रों में 2,35,698 उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हुईं थी जिनका मूल्यांकन कार्य समय से पहले समाप्त हो चुका है। मूल्यांकन कार्य में नियुक्त किए गए शिक्षक-शिक्षिकाएं पावना बिल भरने के काम में व्यस्त रहे। बिलों को भरकर केंद्रों के उप नियंत्रकों को सौंप कर फुर्सत पाते रहे। राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इंटर की 3,41,410 उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हुईं थीं। शुक्रवार को मूल्यांकन के बाद तैयार हुए आंकड़ों में 14,000 कापियों का मूल्यांकन शेष रह गया है। डीआइओएस महेंद्र प्रताप ¨सह ने बताया कि हाईस्कूल का मूल्यांकन खत्म हो चुका है तो इंटर में जीजीआइसी में अंग्रेजी की 6,000 तथा जीआइसी में ¨हदी की 5,000 तथा गणित की 3000 उत्तर पुस्तिकाएं शेष हैं। जिन्हें शनिवार को मूल्यांकित कराकर काम खत्म किया जाएगा। परीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह मूल्यांकन केंद्र छोड़ने से पहले पावना बिल अवश्य भर दें।