फतेहपुर में फुटपाथ पर खड़ी हो रही बसें, नहीं मिल रहा अड्डा
संवाद सहयोगी खागा प्रयागराज व कानपुर महानगर के मध्य स्थित 70 हजार की आबादी वाले नगर में ए
संवाद सहयोगी, खागा: प्रयागराज व कानपुर महानगर के मध्य स्थित 70 हजार की आबादी वाले नगर में एक अदद राजकीय बस अड्डे की सुविधा नहीं है। ऐसा भी नहीं कि इसकी खातिर प्रयास न किए गए हों। तमाम प्रयासों के बावजूद नगर को यह सुविधा नहीं मिल सकी।
राजकीय बस अड्डा न होने से मुसाफिरों को जीटी रोड पर खड़े होकर रोडवेज बसों का इंतजार करना पड़ता है। बरसात के दिनों में यात्रियों को सबसे अधिक मुश्किल उठानी पड़ती है। बस स्टाप पर खुली दुकानों के बाहर खड़े होकर जैसे-तैसे लोग समय बिताते हैं। साथ में महिलाएं, बच्चे हुए तो मुश्किल और भी बढ़ जाती है। गर्मी के दिनों में लू के थपेड़े सहते हुए मुसाफिर, रोडवेज बसों का इंतजार करते हैं। कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, झांसी, इटावा, दिल्ली आदि शहरों से छूटने वाली परिवहन निगम की बसें नगर के अंदर से गुजरती हैं। बस अड्डा न होने से चालक, परिचालक सड़क किनारे बसें खड़ी करके सवारियां बिठाते हैं। सड़क पर बसों के खड़े होने से जाम की स्थिति पैदा होती है। प्रकाश यादव, कमलेंद्र सिंह, हरिश्चंद्र केसरवानी, मुकेश मिश्र, शांतनु तिवारी आदि व्यापारियों का कहना था नगर की प्रमुख समस्या होने के बाद भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं देते हैं। नौबस्ता रोड किनारे खड़ी कराई गई बसें
जीटी रोड में दोनों ओर से बसे आकर यदि खड़ी हो जाएं तो जाम लगना तय होता था। दो साल पहले प्रशासनिक अधिकारियों ने फतेहपुर की ओर से आने वाली बसों को नौबस्ता रोड किनारे खड़े कराने की व्यवस्था करा दी। प्रयागराज की ओर से आने वाली बसों को जीटी रोड किनारे ही खड़ा किया जाता है। राजधानी समेत कई शहरों को निकलते यात्री
नगर से होकर गुजरने वाली बसों में देश व प्रदेश की राजधानी के अलावा कानपुर, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, मैनपुरी, वाराणसी, आगरा, सीतापुर, हरदोई आदि शहरों के लिए सैकड़ों की तादात में यात्री सफर करते हैं। दोनों ओर से प्रतिदिन 100 से अधिक रोडवेज बसों का आवागमन नगर के अंदर से होता है। जिला प्रशासन को भेजी गई फाइल
इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए नगर पंचायत प्रयासरत है। अभी हाल ही में एक जमीन खाली कराई गई है। उक्त भूमि से संबंधित फाइल बनाकर जिला प्रशासन को भेजा गया है। सब कुछ सही रहा तो जल्द ही नगर में राजकीय बस अड्डे की सुविधा बहाल हो जाएगी।
गीता सिंह, चेयरमैन-खागा