मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण के बाद भी सेवाएं अधूरी
जागरण संवाददाता फतेहपुर करीब पांच साल में बनकर तैयार हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थरिय
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: करीब पांच साल में बनकर तैयार हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थरियांव, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुत्तौर, चक्की और जहांगीर नगर का लोकार्पण तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने कर दिया, लेकिन इनमें अब भी उपचार के लाले हैं। दरअसल यहां अभी तक पद सृजन के अनुसार डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात नहीं हुआ है, सीएचसी में एक आयुष डॉक्टर व पीएचसी में फार्मासिस्ट ही उपचार की औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं। नतीजा यह कि सीएम की सौगात का जिले वासियों को लाभ नहीं मिल रहा है।
कानपुर से कौशांबी तक के हाईवे में एक मात्र सामुदायिक केंद्र थरियांव ही है, जिसमें दुर्घटना वाले मरीजों को उपचार तुरंत मिल सके इसके लिए इसकी स्थापना हुई है। यहां पर एक्सीडेंटल मरीजों के लिए एक्सरे की सुविधा के साथ आधुनिक ओटी का संचालन होना है। लेकिन उपकरण और स्वीकृत स्टाफ न मिलने के कारण इनका संचालन काम चलाऊ ढंग से किया जा रहा है। फिलहाल यहां पर मरीजों की ओपीडी भर होती है, जबकि भर्ती सुविधा, पैथालाजी, प्रसव, आपरेशन जैसी सेवाएं बंद है। कुछ ऐसा ही हाल सीएम द्वारा लोकार्पित पीएचसी मुत्तौर, चक्की और जहांगीर नगर का है। यहां फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अस्पताल खोलने व बंद करने की औपचारिकताएं पूरी करते हैं। सीएम द्वारा लोकार्पित इन अस्पतालों के ऐसे हाल पर क्षेत्र की जनता सरकार की व्यवस्था को कोस रही है, कि जब सीएम द्वारा लोकार्पित होने वाली परियोजना का यह हाल है तो अन्य योजनाएं तो राम भरोसे ही चलेंगी।
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सीएचसी बनी रेफर सेंटर
-थरियांव की सीएचसी जिस उद्देश्य को पूरा करने के लिहाज से बनी है, वह उसे पूरा नहीं कर पा रही है। अस्पताल जब दुर्घटना में घायल लोग पहुंचते हैं, तो उन्हें पट्टी मात्र करके जिले के ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है।
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अस्पताल व उनकी निर्माण लागत
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थरियांव- 4.75 करोड़
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुत्तौर 3.80 करोड़
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चक्की 3.80 करोड़
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहांगीर नगर 3.80 करोड़ इनसेट..
क्या कहते है जिम्मेदार..
- अस्पतालों का निर्माण पूरा हो गया है, अभी शासन से यहां के स्वीकृत पद के डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की पूर्ति नहीं हुई है। हम लोग पहले से संचालित पीएचसी व सीएचसी को उन अस्पतालों में अटैच करके सेवाएं प्रारंभ चुके हैं। स्टाप व आधुनिक उपकरण मिलते ही इन्हें पूरी क्षमता के साथ चलाया जाएगा।-डॉ उमाकांत पांडेय सीएमओ