फतेहपुर मदरसा कांड : गांव के मंदिरों में बढ़ाई सुरक्षा, दहशत इतनी कि स्कूल खुले पर नहीं पहुंचे बच्चे Fatehpur News
फतेहपुर के बेहटा गांव में उपद्रव के बाद भारी फोर्स तैनात पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
फतेहपुर, जेएनएन। बेहटा गांव में मदरसा में आगजनी व तोडफ़ोड़ की घटना के बाद तनाव अभी कम नहीं हुआ है लेकिन प्रशासन ने स्थिति पूरी तरह नियंत्रित कर रखी है। दहशत का आलम इतना है कि दूसरे दिन बुधवार को गांव सन्नाटा पसरा रहा और स्कूल खुले पर एक भी बच्चा पढऩे नहीं आया। प्रशासन ने गांव में मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। साथ ही तीन संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर अन्य उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी है।
गांव में ये हुई थी घटना
गोकशी की आशंका पर सोमवार को बेहटा गांव में गर्माया माहौल मंगलवार को फिर बिगड़ गया था। गांव के तालाब किनारे फिर किसी जानवर के अवशेष मिले तो दोबारा गोकशी की खबर फैलने पर उग्र ग्रामीणों ने पास के मदरसे पर धावा बोल दिया था। यहां मौलवी का बंद कमरा खोलने पर बोरी में मांस मिलने पर भीड़ ने मदरसे में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी थी। दूसरे पक्ष के पथराव से भीड़ और उग्र हो गई थी और पुलिस पर पथराव कर दिया था। डीएम, एसपी के साथ कई थानों की फोर्स पहुंचने से हालात काबू में आए। मदरसे के मौलवी समेत अन्य लोग फरार हैं।
60 अज्ञात पर मुकदमा, इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज निलंबित
डीएम संजीव कुमार सिंह, एसपी रमेश ने गांव का पैदल भ्रमण कर हालात का जायजा लिया था। एसआइ उमाशंकर सिंह की तहरीर पर 60 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी रमेश ने इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह चंदेल और जोनिहां चौकी इंचार्ज उमेशचंद्र पटेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। डीएम ने बताया कि उग्र भीड़ ने मौलवी के कमरे में रखे उसके कपड़ों में आग लगाई थी। बरामद संदिग्ध मांस का परीक्षण कराया जा रहा है, उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
चप्पे-चप्पे में पुलिस, गलियों में सन्नाटा
उपद्रव के बाद बेहटा गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा था। पुलिस की गाडिय़ां इधर से उधर पूरे गांव में गश्त कर रही थी। पूरे गांव की गलियों व मोड़ पर पुलिस की टुकड़ी तैनात थी। छावनी बने गांव में खुफिया विभाग के अधिकारी घटना का कारण तलाश रहे थे। गांव के बाहर को आने-जाने सभी रास्तों पर नाकेबंदी करा दी गई ताकि बाहर का कोई व्यक्ति गांव में न आ सके। मदरसे के आसपास रहने वाला दूसरा पक्ष घरों में ताला डालकर फरार हैं।
मदरसा निर्माण पर हुआ था विवाद
गांव में मदरसा बनने के दौरान गांव के लोगों ने विरोध किया था। ग्रामीणों को शक था कि मदरसा खोलकर उसे मस्जिद का रूप दे दिया जाएगा। कुछ दिनों से यहां पर नमाज भी अदा की जाने लगी थी। मदरसे में 150 के करीब बच्चे पढ़ते हैं।
मदरसे की जमीन की छानबीन में जुटा राजस्व विभाग
बेहटा गांव में जिस जमीन पर मदरसा संचालित है वह जमीन कब्रिस्तान की बताई जा रही है। डीएम ने पूरे मामले के जांच के आदेश दिए हैं। इसकी जांच तहसीलदार को सौंपी गई है। मदरसे में बिना विद्युत कनेक्शन विद्युत उपयोग किए जाने पर विद्युत विभाग ने विद्युत चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है और कनेक्शन काट दिया है। एसडीओ प्रशांत शुक्ला ने बताया विद्युत चोरी करने पर गरीब नवाज मदरसा कमेटी के खिलाफ विद्युत चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
1989 हुई गोकशी में हुआ था बवाल
गांव के पूर्व प्रधान रासिदउद्दीन ने बताया गोकसी के मुख्य अरोपी के दादा ने 1989 में गोकसी थी। तब एक बार गांव का माहौल खराब हुआ था, अब एक बार गोकशी के चलते उपद्रव हो गया। पुलिस ने गोकशी के मामले में जिन दो लोगों के खिलाफ सोमवार को मुकदमा दर्ज किया था। मंगलवार को पुलिस ने तीसरे आरोपित उमर अली को गिरफ्तार किया।
वायरल वीडियो से उपद्रवियों की पहचान
बेहटा गांव में उपद्रव करने वालों का वीडियो भी वायरल हुए हैं। इन वायरल वीडियो से पुलिस उन उपद्रवियों की पहचान कर रही है जो तोडफ़ोड़ व आगजनी की घटना में शामिल हैं। इसमें आसपास गांव के लोग भी है। पुलिस ने इस मामले में 60 लोगों को नामजद किया। रात भर छापेमारी में तीन संदिग्धों को पकड़ा गया है।
एसओ चांदपुर सहित चार इंस्पेक्टर तैनात
बेहटा गांव के मदरसे में थाना प्रभारी चांदपुर सहित चार इंसेक्टर तैनात किए गए हैं। सीओ अभिषेक तिवारी, एसडीएम विजय शंकर तिवारी भी बुधवार को हालात का जायजा लेने पहुंचे। स्थानीय अभिसूचना इकाई के इंस्पेक्टर भी गांव में डेरा डाले हैं। मंदिरों के आसपास विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
स्कूल खुला पर बच्चे नहीं आये
बेहटा गांव का प्राथमिक विद्यालय तो खुला और शिक्षक पहुंचे लेकिन बच्चे नहीं आए। इससे गांव में रहने वालों के बीच फैली दहशत का अंदाजा लगाया जा सकता है। दूसरे दिन में गलियों में सन्नाटा पसरा रहा है। घरों से महिलाएं बच्चे और पुरुष बाहर नहीं निकले। शांति सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस टीम ने पड़ोसी गांव शाहबाजपुर, डीघ, फरीदपुर आदि कई गांवों में भी मार्च किया।