अनुपस्थिति से बचने को हटाई बायोमीट्रिक मशीन
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : चिकित्सकों और कर्मचारियों के आने और जाने में बाधा बनी बायोमीट्रिक म
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : चिकित्सकों और कर्मचारियों के आने और जाने में बाधा बनी बायोमीट्रिक मशीन को सीएचसी प्रशासन ने हटा दिया है। अब मनमाने हालात हैं, कोई भी चिकित्सक सीएचसी परिसर में बने आवास में नहीं रह रहा है। एक महिला चिकित्सक को छोड़ सभी कानपुर व इलाहाबाद से अप-डाउन कर रहे हैं।
सीएचसी बिंदकी में चिकित्सकों व कर्मचारियों के समय पर न आने से नाराज तत्कालीन डीएम राजीव रौतेला ने समय पर उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगवाई थी। मशीन लगने के बाद ही मामला विवाद में आ गया था। चिकित्सकों को इससे बाहर रखा तो कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो कुछ दिन बाद ही मशीन को खराब बता दिया गया। डीएम के स्थानांतरण के साथ ही बायोमीट्रिक मशीन को उखाड़ कर कबाड़ में फेंक दिया गया।
चिकित्सक करते हैं अप-डाउन
- सीएचसी के ज्यादातर चिकित्सक कानपुर व इलाहाबाद से अप-डाउन कर रहे हैं। यहां तैनात 7 स्टाफ नर्स में एक स्टाफ नर्स ही सीएचसी परिसर में बने आवास में निवास कर रही हैं। छह स्टाफ नर्स भी कानपुर से ही अप-डाउन कर रही हैं।
मरीजों को नहीं किया जाता भर्ती
सीएचसी में आए गंभीर मरीजों से चिकित्सक पीछा छुड़ाते नजर आते हैं। किसी भी मरीज को चिकित्सक की 24 घंटे देखरेख की जरूरत हो तो यहां उसे भर्ती करने बजाय तुरंत रेफर कर दिया जाता है। डाक्टर वार्ड में भर्ती ही नहीं करते हैं। क्योंकि मरीज को भर्ती करने के बाद उसकी देखरेख करनी होगी, और अस्पताल बंद होने के बाद कानपुर और इलाहाबाद नहीं जा सकेंगे।
'बायोमीट्रिक मशीन खराब हो गई है। इस कारण उसे सुरक्षित रख दिया गया है। सभी चिकित्सक व कर्मचारी समय पर आते हैं। डाक्टर को आवास आवंटित हैं। जिनकी इमरजेंसी ड्यूटी नहीं होती हो सकता है वह चले जाते हो। मेरा आवास है, वहां रहता हूं। फतेहपुर का भी अतिरिक्त चार्ज है। इस कारण वहां जाना पड़ जाता है।'
डा. इश्तियाक अहमद चिकित्साधीक्षक सीएचसी ¨बदकी