75 हजार में बिका राजा, झारखंड व बिहार से आए बकरे
जागरण संवाददाता फतेहपुर ईदुल अजहा (बकरीद) त्योहार को लेकर नजदीक आ जाने से शनिवार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : ईदुल अजहा (बकरीद) त्योहार को लेकर नजदीक आ जाने से शनिवार को शहर क्षेत्र के नऊवाबाग तिराहे स्थित बकरमंडी की बाजार सजी रही। जहां बिहार, धनबाद, कोलकता से ट्रकों से बकरे लाए गए। इसमें राजा नाम का बकरा सब से अधिक 75 हजार रुपये में बिका। यहां पड़ोसी जिले के व्यापारियों ने मंडी में आकर खरीद फरोख्त की।
बारह अगस्त को ईदुल अजहा बकरों की कुर्बानी दिए जाने की तैयारियों में शनिवार को नई नउवाबाग तिराहे में स्थित बकरमंडी बाजार में बकरों की जमकर खरीददारी हुई। मुस्लिम समुदाय ने बकरे खरीदकर घर में उनकी सेवा भी शुरू कर दी है। स्थानीय बाकरगंज स्थित बकरमंडी में गैर प्रांतों के साथ प्रदेश के कौशांबी, फंफूद, बनारस, उन्नाव, इटावा, बांदा, औरैया, रायबरेली व फतेहपुर के व्यापारी तरह तरह के बकरें व भेंड़ बेंचने आए थे। भेंड़ भी 2000 रुपये से लेकर 5000 तक में बिके। झारखंड का महंगा बकरा राजा के बिकने के बाद मो. रेहान सदफ एडवोकेट ने कोलकता का शेरा नाम का बकरा 45 हजार में खरीदा। महंगे बकरों की ऊंचाई व सेहत काफी थी। इसी तरह महंगे बकरे मो. आरिफ गुड्डा, नदीमउद्दीन पप्पू, शेखू, गुलाम शब्बीर, शोएब खान, गुलाम जाफर, तबरेज वारसी टीलू, अरशद अली आदि ने महंगे बकरों की खरीदारी की। बकरमंडी संचालक गुलाम जाफर एडवोकेट ने बताया कि तीन हजार से शुरु हुई बकरा व भेंड़ों की खरीद फरोख्त में सबसे महंगा बकरा 75 हजार में राजा बिका। कहा कि दिन भर में पांच सैकड़ा के करीब बकरे व भेंड़ बिकी।