झांसी, सूरत व गाजियाबाद से प्रवासियों को लेकर आई रेल गाड़ी
जागरण संवाददाता फतेहपुर लॉकडाउन के दौरान गैर प्रांतों में फंसे प्रवासियों के आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। गुरुवार रात तक चार ट्रेनों का स्टापेज हुआ जिससे 200 से अधिक प्रवासी प्लेटफार्म पर उतरें तो घर आने की खुशी के साथ उनके चेहरों में असहनीय दर्द भी झलक रहा था। श्रमिकों को सफेद रंग के गोला में खड़ा कराकर एसडीएम सदर प्रमोद झा व अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार की मौजूदगी में एसीएमओ डा. संजय कुमार के नेतृत्व में चिकित्सकीय टीम ने उनकी थर्मल स्क्रीनिग की।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : लॉकडाउन के दौरान गैर प्रांतों में फंसे प्रवासियों के आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। गुरुवार रात तक चार ट्रेनों का स्टापेज हुआ जिससे 200 से अधिक प्रवासी प्लेटफार्म पर उतरें तो घर आने की खुशी के साथ उनके चेहरों में असहनीय दर्द भी झलक रहा था। श्रमिकों को सफेद रंग के गोला में खड़ा कराकर एसडीएम सदर प्रमोद झा व अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार की मौजूदगी में एसीएमओ डॉ. संजय कुमार के नेतृत्व में आयुष चिकित्सक डॉ. एके शर्मा, डॉ. अनुराग, डॉ. नदीम आदि ने थर्मल स्क्रीनिग की। निकास गेट से निकलते ही प्रवासियों को पूड़ी सब्जी का लंच पैकेट, मास्क व पानी की बोतल देकर बसों से रवाना किया गया।
रेलवे स्टेशन के बाहर जिले के ब्लाकवार 36 रोडवेज बसें खड़ी हुई थीं। एनाउंस के जरिए बस चालक ट्रेन से उतरकर आए बच्चे, महिलाएं व कामगारों को बस में बिठा रहे थे। दोपहर 11.55 पर गाजियाबाद से प्रतापगढ़ श्रमिक स्पेशल ट्रेन का स्टापेज हुआ तो उससे 77 कामगार आए। इसके बाद सूरत से प्रतापगढ़ जा रही ट्रेन से 84 प्रवासी यहां उतरे। फिर झांसी से बनारस जा रही ट्रेन का स्टापेज हुआ तो उससे 17 प्रवासी उतरे। इसके बाद झांसी से प्रतापगढ़ जा रही ट्रेन का स्टापेज होने पर फतेहपुर के प्रवासी उतरे।
स्टेशन अधीक्षक आरके सिंह ने बताया कि छह स्पेशल ट्रेन आनी थी लेकिन अभी तक चार ट्रेनों का ही स्टापेज हो सका है। कहा कि ट्रेनों की लेटलतीफी से दिक्कतें आ रही हैं। इस मौके पर एआरएम मक्खनलाल केशरवानी, सीओ सिटी कपिलदेव मिश्र, शहर कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव, जीआरपी एसओ अरविद सरोज, कंपनी कमाण्डर आरपीएफ प्रवीण सिंह आदि रहें। 20 घंटे हलकान रहें ड्यूटीरत कर्मी
बुधवार शाम को आने वाली गाजियाबाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार दोपहर आई। तब तक 36 रोडवेज बसों के 72 चालक व परिचालक, 6 सुपरवाइजर हलकान रहें और गर्मी के मौसम में रात भर बसों के आस पास भटकते रहें। इसी तरह राजस्व कर्मी, सिपाही व रेलकर्मियों के साथ चिकित्सकीय टीम भी रात भर परेशान रहें। ट्रेन के समय से न आने की वजह से पूड़ी सब्जी से पैक करीब 350 लंच पैकेट बर्बाद हो गया। एआरएम मक्खनलाल केशरवानी ने कहा कि ट्रेन आने की सूचना सही न होने से सभी कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सभी प्रवासी फतेहपुर जिले के ही हैं।