लाभार्थी के धन से ठेके पर बनवा रहे पीएम आवास
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: गरीब अपना घर अपनी मर्जी से बनवा सकें, इसके लिए प्रधानमंत्री आवासीय
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: गरीब अपना घर अपनी मर्जी से बनवा सकें, इसके लिए प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत धन दिया मिलता है, लेकिन इसमें कमीशन का ऐसा घुन लगा है कि योजना ठेकेदारों के हवाले हो गई। जिले में बढ़ते इस चलन को रोकने लिए सीडीओ चांदनी ¨सह ने जांच पड़ताल शुरू की तो विभाग से लेकर ग्राम सभाओं तक में हड़कंप मचा है। खास बात यह है अधिकांश ग्राम सभाएं ऐसी हैं, जहां प्रधान व सचिव स्वयं गुणवत्ता विहीन निर्माण सामग्री की आपूर्ति कर आवास को पूर्ण करा रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस वर्ष 5252 आवास बनाए जाने हैं, इसके लिए लाभार्थियों को दो किस्तें उनके खातों में भेजी जा चुकी है। अब प्रशासन का जोर प्रधानमंत्री आवास पूर्ण कराने पर है। योजना का उद्देश्य है कि जब लाभार्थी को उसके खाते में धनराशि भेजी जाती है तो वह स्वयं अपना निर्माण कराए। परंतु जिले में कमीशनबाजी की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण प्रधान व सचिव लाभार्थियों के खाते से धनराशि स्वयं निकलवा लेते हैं। फिर अपने ढंग से इन्हें सस्ती और गुणवत्ता विहीन सामग्री उपलब्ध कराकर घटिया निर्माण कराते हैं। इस स्थिति से निर्मित हो रहे आवासों की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है। अब सीडीओ चांदनी ¨सह ने कहा कि लाभार्थी से इतर यदि कोई भी व्यक्ति गरीबों के आवास ठेके पर बनाता है या फिर उनसे पैसे जबरन पैसे लेकर सामग्री देता है तो ऐसी स्थिति पर ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा और उन्हें जेल भेजा जाएगा। अगर प्रधान व सचिव की मिलीभगत मिलती है तो ऐसी पंचायतों का बस्ता जमा कराया जाएगा।
कितने का है पीएम आवास
-प्रधानमंत्री आवास के तहत लाभार्थी को जहां 1.20 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं। वहीं आवास योजना में लाभान्वित होने पर उसे मुफ्त बिजली कनेक्शन, मुफ्त गैस कनेक्शन के साथ ही पात्र गृहस्थी योजना का लाभ मिल जाता है। पहले इन लाभार्थियों के शौचालय के लिए भी अलग से 12 हजार अनुदान था लेकिन अब कुल प्राप्त राशि में ही शौचालय बनाना है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार..
-ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक एके निगम ने बताया कि जिले में बन रहे पीएम आवास को लेकर अनेक शिकायतें मिली है कि प्रधान व सचिव मिलीभगत कर लाभार्थियों से किस्त का पैसा लेकर उन्हें सामग्री दी है। जांच कराई जा रही है, दोषी पाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लाभार्थियों को निर्देश दिए है कि वह अपने धन का उपभोग स्वयं करें।