Move to Jagran APP

पहचान से भटक गई योजना, कारोबारी निराश

उपायुक्त उद्योग विकास सिघम ने कहा कि जिले में बेडशीट उत्पाद का कोई स्कोप न होने से आयरन फैब्रिकेशन का उत्पाद घोषित कराया गया है 2324 अक्टूबर को शादीपुर स्थित ओम गार्डेन में उद्यम समागम कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें आयरन फैब्रिकेशन से जुड़े उद्यमियों के स्टाल भी लगेंगे और उनको नई तकनीक की जानकारी भी दी जाएगी। हमारा प्रयास है कि जिले के उत्पाद में ऐसी खूबियां लाई जाए कि देश व प्रदेश में मांग हो सके।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 11:19 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 06:10 AM (IST)
पहचान से भटक गई योजना, कारोबारी निराश
पहचान से भटक गई योजना, कारोबारी निराश

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : परंपरागत उद्योगों को नई पहचान देकर रोजगार बढ़ाने की पहल वाली ओडीओपी योजना जिले में रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। दो साल पहले बेडशीट को एक उत्पाद घोषित किया गया, लेकिन प्रशासन से सहमति न मिलने के कारण एक साल बाद उसे बदल कर आयरन फैब्रिकेशन को एक जिला एक उत्पाद घोषित किया गया। दो उत्पादों के विवाद में उलझी योजना को अभी तक मुकाम नहीं मिल सका है। तकनीक व बाजार उपलब्ध न होने से आयरन फैब्रिकेशन के कारोबारियों में मायूसी है। परंपरागत ढंग से वह किसी तरह से रोजी-रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं। नए उद्यमियों के जुड़ने की संख्या शून्य होने से सरकार के इस प्राथमिकता वाली योजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

loksabha election banner

शहर में आयरन फैब्रिकेशन से जुड़े उद्यमियों की संख्या डेढ़ सौ से अधिक है, जिले में पांच से अधिक लोग इस कारोबार को कर रह हैं। इस कारोबार से जुड़े देवीगंज के अजय गुप्ता ने कहा कि आयरन फैब्रिकेशन ओडीओपी में शामिल हो जाने के बाद यह उम्मीद बंधी थी कि सरकार के प्रयासों से हम लोगों को नई तकनीक देकर उत्पाद को नई पहचान दी जाएगी। ऐसे उत्पाद तैयार करने में मदद मिलेगी जिनकी बाजार जिले से बाहर यूपी के जनपदों में भी होगी। गाजीपुर के आबूनगर के बृज भूषण ने कहा कि अनुदान में लोन के लिए छह माह पहले आवेदन किया था अभी तक बैंक से ऋण ही नहीं मिला। कई ऐसे कारोबारी है जिनकों यह तक नहीं मालूम कि आयरन फैब्रिकेशन उद्योग एक जिला, एक उत्पाद योजना में शामिल हो गया है।

...............

यह हैं सुविधाएं

-25 लाख रुपये तक की कुल परियोजना लागत में 25 फीसद या अधिकतम 6.25 लाख का अनुदान

-50 लाख रुपये तक की परियोजना में लागत का 20 या अधिकतम 6.25 लाख तक जो कम हो का अनुदान

-डेढ़ करोड़ तक की परियोजना में लागत पर दस लाख यह अधिकतम दस लाख का अनुदान

-सामान्य आवेदन को अंशदान में दस फीसद व आरक्षित वर्ग व महिलाओं को पांच फीसद मार्जिन मनी देय है

-तैयार उत्पाद को प्रदेश के मेला, प्रदर्शनी में ले जाने के लिए विभाग द्वारा किराया का भुगतान किया जाएगा।

उद्यम समागम में लगेंगे स्टाल

उपायुक्त उद्योग विकास सिघम ने कहा कि जिले में बेडशीट उत्पाद का कोई स्कोप न होने से आयरन फैब्रिकेशन का उत्पाद घोषित कराया गया है, 23,24 अक्टूबर को शादीपुर स्थित ओम गार्डेन में उद्यम समागम कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें आयरन फैब्रिकेशन से जुड़े उद्यमियों के स्टाल भी लगेंगे और उनको नई तकनीक की जानकारी भी दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.