फतेहपुर में पटाखों से दूर रहेंगे लोग, पर्यावरण बचाकर लेंगे शुद्ध ऑक्सीजन
जागरण संवाददाता फतेहपुर दीपावली में पटाखों के फोड़ने से निकलने वाले रसायनिक हानिकार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : दीपावली में पटाखों के फोड़ने से निकलने वाले रसायनिक हानिकारक तत्वों से बचने के लिए युवाओं ने भी अब पटाखा न फोड़ने के लिए कमर कस ली है। पर्यावरण पर मंडराने वाले खतरे को रोकने के लिए वह आम जनमानस को पटाखा न फोड़ने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। इनका मानना है कि संक्रमण काल में यदि पर्यावरण दुरुस्त न रखा गया तो शुद्ध आक्सीजन नहीं मिलेगी और उससे तरह तरह की बीमारियां घर करेंगी।
जिले में पराली जलाकर वातावरण अशुद्ध करने वालों पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाया है कि दीपावली के पटाखों से फिर प्रदूषण बढ़ने की आंशका बढ़ी हुई थी लेकिन व्यापारियों के बाद अब युवा वर्ग ने भी संकल्प लिया है कि वह पटाखा नहीं छुटाएंगे और पटाखा न छुड़ाने के लिए बच्चों को बुजुर्गों को भी प्रेरित कर रहे हैं क्योंकि कोरोना संक्रमण काल में यदि वातावरण अशुद्ध हुआ तो शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी।
घर घर जाकर करेंगे जागरूक
कोविड 19 के दौर में वातावरण में शुद्ध आक्सीजन का होना बहुत जरूरी है। दीपावली पर्व में यदि पटाखे फोड़े गए तो इससे विषैले धुएं से तरह तरह की बीमारियां फैलेंगी इसलिए संकल्प लें कि इस दीपावली में पटाखें नहीं फोड़ेंगे बल्कि अपने पड़ोसियों को भी पटाखा न फोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
-अतुल श्रीवास्तव खुशियों में न लगाएं ग्रहण
रोशनी पर्व में दीप जलाकर त्योहार का स्वागत करें लेकिन यदि घर में कोई हृदयरोगी है तो खुशियों में ग्रहण न लगाएं। बच्चों को पटाखों से दूरी बनाए रखें। आतिशबाजी से प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है और अच्छी खासी रकम भी बेवजह धुएं में उड़कर रह जाती है इसलिए उन्हीं रुपयों से गरीबों की मदद करें।
-रवींद्र प्रताप सिंह। धुएं में न उड़ाए मेहनत की रकम
बेशक पटाखा छुड़ाने से त्योहार का मजा दोगुना हो जाता है लेकिन हमें इसके गलत परिणामों को जानने व समझने की जरूरत है। पटाखों के बगैर भी हम अच्छे से त्योहार मना सकते हैं इसलिए लोगों को बताए कि वह पटाखा न छुड़ाएं और खुशी खुशी त्योहार का आनंद लें।
-विकास कुमार।
पर्यावरण प्रहरी बन करेंगे काम
पराली जलाने में प्रशासन ने अंकुश लगा दिया है लेकिन ठंड में कोहरे की तरह स्मॉग भी पड़ने लगा है। यदि दीपावली में पटाखा फोड़े गए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। इसलिए कोरोना काल में पटाखों से दूर रहें और पर्यावरण प्रहरी बनकर लोगों को पटाखा न छुड़ाने के लिए प्रेरित करें। -सूरज शुक्ला।