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पैनाकला के लोगों को 23 साल से शुद्ध पानी का इंतजार

संवाद सूत्र गाजीपुर बहुआ ब्लाक के गांव पैनाकला में करीब 30 साल पूर्व शुरू हुई पेयजल योजना

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 10:59 PM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 10:59 PM (IST)
पैनाकला के लोगों को 23 साल से शुद्ध पानी का इंतजार
पैनाकला के लोगों को 23 साल से शुद्ध पानी का इंतजार

संवाद सूत्र, गाजीपुर : बहुआ ब्लाक के गांव पैनाकला में करीब 30 साल पूर्व शुरू हुई पेयजल योजना जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण औंधे मुंह गिर गई है। छह गांवों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने के लिए बनवाई गई टंकी शोपीस बन गई है। पैनाकला, पैनाखुर्द और नहरखोर गांवों की 25 हजार आबादी के सामने पीने के पानी का इंतजाम करना आज भी किसी बड़ी समस्या से कम नहीं है। ऐसा तब है जबकि यहां के लोग इससे मुक्ति पाने के लिए हर ड्योढ़ी में दस्तक दे चुके हैं। इससे लोगों में आक्रोश है।

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वर्ष 1988 में जलनिगम द्वारा पैनाकला गांव में पानी की टंकी और नलकूपों का निर्माण कराया गया था। जिससे पैनाकलां, पैनाखुर्द, नहरखोर, मकदूमपुर, बनकटा और गाजीपुर कस्बे को पेयजल योजना से अच्छादित किया गया था। नई टंकियों के निर्माण से अब पैनाकलां, पैनाखुर्द और नहरखोर गांव की आपूर्ति के लिए बचे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि शुरुआत में पानी मिला इसके बाद बंद हो गया। अब 23 साल से घरों में लगे नलों की टोटियां सूखी हैं और पानी नहीं मिल पा रहा है। पानी न मिलने की शिकायत विधायक, जलनिगम के अधिकारियों और जिला प्रशासन से की जा चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिसके चलते पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।

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30 टंकियों की मियाद भी हो रही पूरी

जल निगम के नियमों पर गौर करें तो एक पानी की टंकी की मियाद (जीवन) करीब 30 साल होती है। पैनाकला पेयजल योजना का यह वक्त भी पूरा हो गया है। जिसके चलते अब इस योजना के दुरस्तीकरण के लिए शासन से धन स्वीकृत होता है या फिर नहीं कुछ पक्का नहीं है। विभाग भी इस समस्या को लेकर कोई स्पष्ट रणनीति नहीं तैयार कर रहा है।

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ग्रामीणों की बात

23 साल से पानी नहीं मिल पा रहा है। विभाग और जनप्रतिनिधि सुनवाई तक नहीं कर रहे हैं जिससे दिक्कत नहीं खत्म हो रही है। श्रीकेश ओवर हेड टैंक और नलकूप दोनों दुरुस्त हैं केवल पेयजल लाइन खराब है जिसको विभाग नहीं सुधरवा रहा है। रमेश करोड़ों रुपये की शुद्ध पेयजल योजना विभागीय एवं जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता के चलते चौपट हो गई है। रामशंकर पेयजल समस्या को लेकर हर चौखट नापी गई है, आश्वासन के सिवा हम ग्रामीणों को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। मानसिंह यादव .......

ग्रामीणों की परेशानी सही है। वास्तव में वहां की पाइप लाइन ध्वस्त हो गई है। कई बार उन्हें ठीक करने के लिए इस्टीमेट बनाकर भेजा गया है, लेकिन शासन ने धन नहीं मिला है। हाल में फिर से शासन को इस्टीमेट भेजा गया है, यदि धन मिलता है तो पाइप लाइन ठीक कराई जाएगी।

- मुनेश कुमार सिंह अवर अभियंता जल निगम


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