दरिदे की फांसी पर बोले स्वजन-बेटी को मिला इंसाफ
जागरण संवाददाता फतेहपुर मासूम से दरिदगी करने वाले को फांसी की सजा मिलने के बाद मां-ना
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: मासूम से दरिदगी करने वाले को फांसी की सजा मिलने के बाद मां-नानी और पिता के आंसू बहने लगे। बोले कि दरिदे ने जैसी करनी की थी, अदालत ने वैसा ही फल दे दिया। आज बेटी को इंसाफ मिल गया है, आज उसकी आत्मा को शांति मिल गई होगी।
बच्ची की मां ने कहा कि दो बेटियां हैं, बड़ी बेटी दरिदे की हैवानियत का शिकार हो गई। जब बेटी के साथ दरिदगी हुई तो सुनकर ही कलेजा फटने लगा था, आज दरिदे को फांसी हुई तो कलेजे को ठंडक मिली है। बच्ची की नानी ने कहा कि घटना वाले दिन से आज तक सोच रही थी कि सजा मिलेगी या गुनहगार छूट जाएगा लेकिन आज कोर्ट ने सजा दे दी तो दिल को सुकून मिला है। पिता बोला कि बेटी तो हम सबको छोड़कर चली गई, लेकिन दरिदे को उसकी करनी की सजा मिल गई। कानून का डर होना चाहिए ताकि किसी दूसरी बेटी के साथ ऐसी हैवानियत न हो।
पुलिस न आती तो भीड़ ही कर देती फैसला
संवाद सहयोगी, खागा: कोतवाली से बमुश्किल एक किलोमीटर दूर बसे गांव में बीते 15 अक्टूबर को हुई घटना के बारे में जिसने भी सुना, गुस्से से आंखें लाल हो गईं। तीन वर्षीय मासूम का शव अभियुक्त दिनेश पासवान के कमरे से जैसे ही बरामद हुआ, भीड़ ने उसे पीटना शुरू कर दिया। बताते हैं कि भीड़ में इतना गुस्सा था कि पुलिस न आ जाती तो आरोपित जिदा नहीं बच पाता।
फांसी की मांग रहे थे सजा
सजा की जानकारी होते ही वृद्ध नाना फफक कर रोने लगे। इनका कहना था घटना के बाद से वह दोषी के लिए अल्लाह ताला से फांसी की सजा मांग रहे थे। आज उनके मन को सुकून मिला है। जिस तरह अबोध नातिन के साथ हैवानियत की थी, उसे फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए थी। दोषी के लिए फांसी की सजा मांग रहे परवेज आलम, अंकित यादव, कलीम शेख, चौधरी राजेश यादव आदि ने न्याय मिलने पर खुशी जताई।