हरियाली की सुरक्षा में अफसरों की तय होगी जवाबदेही
जागरण संवाददाता फतेहपुर पौधा रोपण अभियान के तहत जिले में रोपे गए 35 लाख पौधों की सुरक्ष्
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: पौधा रोपण अभियान के तहत जिले में रोपे गए 35 लाख पौधों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने नई पहल शुरू की है। अब हर उस स्थल को चिह्नित किया जाएगा, जहां 200 या इससे अधिक पौधे रोपे गए हैं। इन स्थलों में पौधों की सुरक्षा के लिए स्थानीय जन सहयोग से निगरानी समितियां बनेंगी, जिनमें एक-एक अधिकारी व कर्मचारियों को रखकर पौधों की सुरक्ष के इंतजाम किए जाएंगे। पौधों को निरंतर पानी व बढ़वार के लिए जैविक खाद मिले इसकी चिता समितियां करेंगी।
पहले चरण में वन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गयी है कि वह ऐसे स्थल चिह्नित करे जहां पर बड़ी संख्या में पौधा रोपण हुआ है। इन स्थानों में सामाजिक सरोकारों में रुचि रखने वाले युवाओं को निगरानी समिति में रखा जाएगा। अनिवार्य रूप से हर निगरानी समिति में एक अधिकारी व एक कर्मचारी को रखा जाएगा। यह अपनी देखरेख में निगरानी समितियां से पौधों को बचाने उन्हें बड़ा करने का काम कराएंगी। जिन स्थलों पर पौधे सुखेंगे या खराब होंगे उनके स्थान पर नए पौधे वन विभाग से निश्शुल्क लेकर रोपे जाएंगे ताकि उक्त स्थल में रोपे गए शत-प्रतिशत पौधे बड़े हों।
समितियों को मिलेगा सम्मान
प्रशासन ने पौधों की निगरानी में जुटने वाली समितियों को जिले स्तर पर राष्ट्रीय पर्वों के दौरान होने वाले आयोजनों में सम्मानित किया जाएगा। ताकि पौधा संरक्षण की दिशा में काम करने वाले युवाओं का हौसला और बढ़ सके।
अतिक्रमण से बचेगी जमीन
यूं तो हर वर्ष पौधा रोपण होता है, लेकिन रोपण के बाद पौधों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था न होने से पौधे सूख जाते हैं और उक्त पौधा रोपण स्थलों पर लोग अवैध रूप से काबिज हो जाते हैं। इस पहल से न सिर्फ पौधों की सुरक्षा होगी बल्कि उक्त स्थल की जमीनें भी अतिक्रमण का शिकार होने से बच जाएंगी। रिजर्व प्वाइंट बनाकर बचाएंगे पौधे
डीएम संजीव सिंह ने कहा कि पौधे बचाने की कार्य योजना बनाई है। 200 या इससे अधिक पौधे रोपे गए हैं तो उस स्थल को रिजर्व प्वांइट बनाकर निरंतर निगरानी कराएंगे। इसके लिए हर प्वाइंट पर एक अधिकारी व एक कर्मचारी को जिम्मेदारी दी जाएगी। स्थानीय लोगों की समिति बनाकर उनसे भी सहयोग लिया जाएगा।