अब श्रेणी-3 की जमीनों पर प्रशासन की लगी नजर, कराई जाएंगी खाली
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: वर्ष 2004 से पहले बड़ी संख्या में लोगों ने श्रेणी-3 के पट्टे हासिल ि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: वर्ष 2004 से पहले बड़ी संख्या में लोगों ने श्रेणी-3 के पट्टे हासिल किए थे, यूं तो कागजी तौर पर ऐसे पट्टेदारों का कब्जा बेदखल किया जा चुका है, लेकिन अब भी पट्टा कराने वाले लोग ही उन जमीनों पर काबिज है। प्रशासन ने अब ऐसी जमीनों को खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है। पट्टा खारिज होने के बाद जमीन पर काबिज लोगों को कब्जा हटाया जाएगा। फिलहाल तहसील प्रशासन यह आंकड़े जुटाने में लगा हुआ है।
बता दे कि श्रेणी-3 के पट्टा योजना के तहत छोटे किसानों को कृषि योग्य भूमि देने का प्राविधान था। पट्टे की मियाद तीन साल की होती थी, लेकिन तहसील क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसे किसान है जिन्होंने मियाद पूरी होने के बाद जमीन खाली नहीं की और राजस्व कर्मियों से सांठ-गांठ कर इन पट्टे की जमीनों को भूमिधरी बना लिया है। एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया श्रेणी-3 के पट्टे 14 साल पहले खारिज किए जा चुके हैं। अब इस प्रकार के पट्टे नहीं होते लेकिन, प्रतिदिन आने वाली शिकायतों से यह पता चला है कि बड़े पैमाने में अब भी लोग इन जमीनों पर काबिज हैं। हम अतिक्रमण हटाने का अभियान गांव गांव चलाने जा रहे हैं। हमने यह भी योजना बनाई कि है हम इस दौरान श्रेणी-3 की जमीनों की छानबीन करेंगे। अगर पट्टे वाली जमीन पर अब भी लोग कब्जा किए हैं तो उन्हें हटाया जाएगा। अगर पट्टे की जमीन को भूमिधरी कराया गया तो हम उस प्रक्रिया की जांच करेंगे और ऐसे लोगों को सूचीबद्ध करते हुए इनकी जमीनें नियमानुसार वापस लेंगे।