नीकू वार्ड तैयार, 60 बेडों पर जल्द मिलेगा पीकू का उपचार
जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर अधिक होने की संभावन
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर अधिक होने की संभावना है, बच्चों को उपचार देकर बचाया जा सके इसके लिए प्रशासन ने इंतजाम शुरू कर दिए हैं। जिला महिला अस्पताल में नियो नेटल इंटेसिव केयर यूनिट (नीकू वार्ड) में नवजात के इलाज की व्यवस्था के लिए 12 बेड का विशेष वार्ड बनाकर तैयार कर दिया गया है। जिला अस्पताल समेत जहानाबाद, बिदकी, खागा और थरियांव अस्पताल में कुल साठ बेडों पर पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट (पीकू वार्ड) तैयार किए जा रहे हैं। इन वार्डों में बड़े बच्चों का उपचार किया जाएगा।
जिला अस्पताल में बन रहे पीकू वार्ड में 12 बेड लगाए गए हैं। इसमें दस बेड बच्चों को भर्ती करने के लिए होंगे, जबकि दो बेड हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) के रूप में प्रयोग में लाए जाएंगे। एचडीयू में वही बच्चा रखा जाएगा जो बेहद गंभीर स्थिति में होगा। पूरे जिले में पांच अस्पताल में पीकू वार्ड तथा महिला अस्पताल में 12 बेड का नीकू वार्ड कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए संचालित होगा। अभी इनका संचालन शुरू नहीं है, लेकिन वार्ड बनाने का 70 फीसद काम पूरा हो गया है। मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ आरपी सिंह खुद पीडियाट्रिक वार्ड के निर्माण की देखरेख कर रहे हैं। प्रशासन व शासन इस तैयारी को कितना महत्व दे रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि खुद प्रभारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री ने यहां के पीकू वार्ड का शिलान्यास किया है। शासन हर दिन तैयारी की प्रगति जान रहा है। पीकू और नीकू वार्ड में यह उपकरण
पांच अस्पतालों में पांच पीकू वार्ड और जिला महिला अस्पताल में एक नीकू वार्ड बनाया गया है। प्रत्येक वार्ड में एक-एक वेंटिलेटर, पल्स आक्सीमीटर, विशेष मास्क, हर बेड में आक्सीजन सप्लाई, हर वार्ड के दो बेडों पर हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) है। उपरोक्त उपकरणों के अलावा हर बेड पर एक एक मॉनीटर भी लगाने के लिए मंगाया गया। प्रशिक्षित स्टाफ करेगा यहां ड्यूटी
नीकू और पीकू वार्ड बन रहे हैं, लेकिन इनमें संचालन की भी तैयारी शुरू कर दी गयी है। इन वार्डों में सामान्य पैरामेडिकल या चिकित्सक सेवाएं नहीं देंगे। बाल रोग विशेषज्ञों को इन वार्डों में अटैच किया गया है, जबकि पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देकर वार्ड में ड्यूटी के लिए दक्ष किया जाना अभी शेष है। प्रशिक्षण का खाका तैयार हो चुका है। 48 बेड पर हमारा नियंत्रण : सीएमओ
सीएमओ गोपाल माहेश्वरी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा, बिदकी, जहानाबाद व थरियांव में 12-12 बेड के पीकू वार्ड बनाए गए हैं, जिनमें आक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था हो चुकी है। इनका सीधा नियंत्रण वह स्वयं करेंगे। यहां पर स्टाफ और उपकरणों की पूर्ति भी की जा रही है। पीडियाट्रिक वार्ड की जिम्मेदारी उठाएंगे : प्रधानाचार्य
मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ आरपी सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में एक पीडियाट्रिक वार्ड बनाया जा रहा है। इसकी देखरेख मैं स्वयं कर रहा हूं। जिला अस्पताल का यह वार्ड मेडिकल कालेज के नियंत्रण में रहेगा। जिसमें कुल 12 बेड रहेंगे। हमने उपकरण खरीदने की अनुमति भी ले ली है। काम चालू है जल्द ही वार्ड शुरू कर दिया जाएगा।