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उपचार किए बिना लौट गया सचल अस्पताल

कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में एडीएम पप्पू गुप्ता ने अभियोजन कार्यों की समीक्षा की। चार्जशीट व पैरवी के अभाव में लंबित चल रहे साढ़े तीन हजार मुकदमों पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि सरकारी वकील के जरिए हर मुकदमें की पैरवी सुनिश्चित की जाए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:22 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:02 AM (IST)
उपचार किए बिना लौट गया सचल अस्पताल
उपचार किए बिना लौट गया सचल अस्पताल

संवाद सहयोगी, खागा : राष्ट्रीय सचल चिकित्सा इकाई का वाहन संवत चौराहे पर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक खड़ा रहा। दरवाजे आए अस्पताल में दवा, उपचार की उम्मीदें लगाए ग्रामीणों को झटका देते हुए वाहन लौट गया। इससे ग्रामीणों में रोष रहा।

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शुक्रवार सुबह 10 बजे संवत चौराहे पर पहुंचे सचल अस्पताल को देखने के बाद ग्रामीणों ने इसके बारे में गांव जाकर चर्चा की। गांव पहुंचे अस्पताल में दवा, उपचार की उम्मीद लगाए ग्रामीणों को घंटों इंतजार करने के बाद भी लाभ नहीं मिला। ग्रामीणों का कहना था कई बार पूछने के बाद कर्मचारियों ने कुछ देर के लिए दरवाजा खोला। अंदर बैठे कर्मचारियों का कहना था जब मरीज आएंगे, तब दरवाजा खुलेगा। ग्रामीणों का कहना था दिन भर दरवाजा बंद करके कर्मचारी अंदर बैठे रहे। शाम चार बजे सचल अस्पताल लेकर कर्मचारी वापस लौट गए। बिना दवा, उपचार किए वाहन के लौट जाने से ग्रामीणों में रोष रहा।


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