गणित और भौतिक विज्ञान का पेपर लगातार, नींद उड़ी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यूपी बोर्ड पहली दफा कम समय में परीक्षाएं संपादन का खाका खींच चु
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यूपी बोर्ड पहली दफा कम समय में परीक्षाएं संपादन का खाका खींच चुका है। एकल प्रश्नपत्रों के सहारे होने वाली परीक्षा में तय किया गया कार्यक्रम परेशानी का सबब बन कर उभरा है। परीक्षा कार्यक्रम में नजर दौड़ाएं तो 21 फरवरी को इंटर मीडिएट की गणित और लगातार दूसरे दिन भौतिक विज्ञान का प्रश्नपत्र की परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। दो मुख्य विषयों की लगातार परीक्षा कराने से परीक्षार्थियों को मौका ही नहीं मिल पाएगा, वहीं शिक्षक भी इसे बदलाव कराए जाने के पक्षधर हैं।
यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से 2 मार्च के बीच तय हो गई है पहली दफा का काम समय में परीक्षा कार्यक्रम तय किया गया है। जिसमें बदलाव की जरूरत बताई गई है। बोर्ड परीक्षार्थी सत्यम कुमार, विजय कुमार, हर्षित, ऋचा, सुनीता आदि का कहना है कि आइसीएसई और सीबीएसई की तर्ज में परीक्षा कार्यक्रम तय किया गया है। परीक्षार्थी बताते हैं कि दोनों बोर्ड के परीक्षा कार्यक्रम में मुख्य विषयों की परीक्षा में कई दिनों का अंतर होता है। इसी तर्ज पर परीक्षा कार्यक्रम को बदला जाना चाहिए। अशोक इंटर कॉलेज सांखा के गणित प्रवक्ता महेंद्र कुमार ¨सह बताते हैं कि यह बात सही है कि गणित और भौतिक विज्ञान की परीक्षा लगातार है। ऐसे में परीक्षार्थी को रिवीजन का असर नहीं मिल पाएगा। जिसका असर परीक्षा परिणाम में दिखेगा। उनका मानना है कि किसी भी तरह से इसमें प्रयास करके सचिव माध्यमिक स्तर तक मामला पहुंचाया जाना चाहिए। जिससे कि मुख्य विषयों की परीक्षा में बदलाव किया जा सके।