समाज के बंधन तोड़ने वाला गठबंधन जुड़ने से पहले ही टूटा, बरात लौटी
फतेहपुर के किशुनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में यादव और दलित के बीच होने जा रहा गठवंधन जुड़ने से पहले ही टूट गया।
फतेहपुर (जेएनएन)। किशुनपुर थाने के एक गांव में यादव और दलित के बीच होने जा रहा गठवंधन जुड़ने से पहले ही टूट गया। वैसे ऐसा होता तो जन्म जन्म तक माना जाने वाला यह गठबंधन मिसाल बनता और अपने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर फूलता फलता। शायद नियति को यह मंजूर नहीं रहा। वर और कन्या की बिरादरी अलग-अलग होने से लखनऊ के कैसरबाग से फतेहपुर आई बरात बिना दुल्हन के वापस लौट गई। हालांकि किसी पक्ष ने पुलिस को तहरीर नहीं दी। लखनऊ के कैसरबाग निवासी अमर सिंह यादव दूल्हा बनकर किशुनपुर थानाक्षेत्र के एक गांव बरात लेकर आया था। मध्यस्थ ने रिश्ता तय कराते समय बताया था कि दुल्हन का परिवार भी उन्हीं की बिरादरी का है। शादी के कार्ड छपवाने में भी कन्या पक्ष ने सही बात छिपाए रखी। रात में वर पक्ष को सच्चाई पता चली।
बरात बिना दुल्हन वापस
कन्या पक्ष के दूसरी (दलित) बिरादरी से होने की भनक लगते ही बरातियों ने हो-हल्ला शुरू कर दिया। मामला बिगड़ता देख किसी ने यूपी 100 को सूचना दे दी। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्ष ने अपनी बात रखी। पुलिस ने दोनों पक्ष को तहरीर लेकर थाने बुलाया। हालांकि सुबह तक कोई नहीं आया। बताते हैं वर पक्ष के लोग रात में ही बरात लेकर वापस लौट गए। मंगलवार दोपहर थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उनका कहना था बिरादरी छिपाकर रिश्ता तय किए जाने का मामला था। किसी पक्ष ने लिखापढ़ी में कुछ दिया नहीं है। तहरीर मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।