सब्जी मंडी में बिना लाइसेंस के व्यापार, प्रपत्र काट रहे कर्मी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सब्जी के थोक कारोबार को मंडी परिसर ले जाने में प्रशासन सफल
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सब्जी के थोक कारोबार को मंडी परिसर ले जाने में प्रशासन सफल तो हो गया लेकिन सुविधाएं दे पाने में पूरी तरह नाकाम रहा। दो दर्जन से अधिक आढ़तियों के लाइसेंस ही नवीनीकरण नहीं किए गए। ऐसे में इन आढ़तियों के प्रपत्र को मंडी के कर्मचारी ही काट रहे हैं। आढ़तियों ने उत्पीड़न का आरोप लगा बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
सब्जी के थोक कारोबार में आढ़तियों को 9 आर प्रपत्र में बिक्री तो 6 आर प्रपत्र में किसान से खरीदने वाले माल की इंट्री करनी होती है। आढ़तियों का यह अधिकार मंडी के अधिकारी अपने हाथ में लिए हुए हैं। प्रपत्र भरने का कार्य न छिन पाए इसलिए लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा। एक साल पहले प्रशासन ने हाईवे पर लगने वाले थोक सब्जी कारोबार को बंद करा मंडी परिसर में संचालित कराया था। कहा गया था कि मंडी में कारोबारियों को पेयजल, सड़क, दुकान, पुलिस चौकी, बैंक सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। मगर, अब तक यह सुविधाएं नहीं मिलीं। आढ़ती संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश त्रिपाठी ने बताया कि तीस से अधिक आढ़तियों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। जो प्रपत्र आढ़तियों को भरने चाहिए वह मंडी के कर्मचारियों के कब्जे में रहता है। गेट पास सहित अन्य मामलों पर सचिव व इंस्पेक्टर उत्पीड़न कर रहे हैं। अपने हाथ से प्रपत्र नहीं भरने से आढ़तियों पर टैक्स का बोझ बढ़ रहा है।
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मंडी में यह है दिक्कतें
- माल भंडारण के लिए गोदाम व दुकानों की सुविधा नहीं है।
- गल्ला मंडी की जो दुकानें आंवटित हैं, वह जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं।
- सुरक्षा के लिए न तो पुलिस चौकी है और न बैंक की सुविधा।
- पेयजल, शौचालय व ठहरने के लिए जगह नहीं है।
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मध्यप्रदेश तक होती सब्जियों की आपूर्ति
गंगा कटरी सहित जिले भर के किसान मंडी में सब्जियां लाते हैं। यहां से आलू, प्याज, मिर्च सहित हरी सब्जी बांदा, हमीरपुर, रायबरेली, कानपुर सहित मध्यप्रदेश के जनपदों में भेजी जाती है। प्रतिदिन आठ से दस गाड़ियों में सब्जी भेजी जाती हैं। मांग होने पर महाराष्ट्र, दिल्ली व बिहार भी सब्जी भेजी जाती है।
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ट्रांसपोर्ट नगर की मंडी से हो रहा नुकसान
ट्रांसपोर्ट नगर की मंडी को मंडी समिति ने अवैध घोषित कर मुकदमा भी करा दिया था, बावजूद इसके कारोबार जारी है। आढ़तियों का आरोप है कि इसमें मंडी के अधिकारियों व प्रशासन की मिलीभगत है। एक सप्ताह में ट्रांसपोर्ट नगर का कारोबार बंद न कराया गया तो आढ़ती हाईवे की खाली जमीन पर बांस-बल्ली लगा कारोबार शुरू कर देंगे।
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'प्रपत्र भरने का कार्य आढ़ती करने को तैयार ही नहीं हो रहे, इसलिए उनकी सहायता में कर्मचारी लगाया गया है। रही बात लाइसेंस नवीनीकरण की तो उसकी फाइल तैयार हो गई है, शीघ्र ही जारी कर दिए जाएंगे। सुविधाओं के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।
- बृजेंद्र ¨सह, मंडी निरीक्षक