लाभ न पाने वाली दो हजार महिलाओं की सूची तलब
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: प्रसव उपरांत महिला अपनी व नवजात की सेहत का ख्याल रख सके, इसके
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: प्रसव उपरांत महिला अपनी व नवजात की सेहत का ख्याल रख सके, इसके लिए सरकार ग्रामीण क्षेत्र में 1400 व शहरी क्षेत्र में एक हजार रूपए प्रसव होने पर हर महिला को प्रदान करती है। लेकिन जिले में एक वर्ष के अंदर दो हजार से अधिक ऐसी महिलाएं है जिन्हें यह लाभ दिया ही नहीं गया। इन महिलाओं हेतु धनराशि उपलब्ध है लेकिन विभागीय चूक की वजह से वितरण नहीं हुआ। अब जब धनराशि सरेंडर करने का समय आया तो विभाग ने इस ओर तेजी दिखानी प्रारंभ की है। सीएमओ ने सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में ऐसी महिलाओं के नाम तलब किए हैं।
सर्वाधिक लंबित प्रकरण जिला महिला अस्पताल के हैं। यहां महिलाओं के प्रसव उपरांत लाभ की राशि नहीं दी गयी। महिला सीएमएस व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने लाभ न देने के पीछे जो कारण बताया है, वह विभाग की लापरवाही बताने के लिए पर्याप्त है। जिम्मेदारों ने कहा कि महिलाओं ने लाभ लेने के लिए दोबारा संपर्क ही नहीं किया। सवाल यह उठता है कि जब महिलाओं के प्रसव सरकारी केंद्रों में हुए तो उनकी फाइल में महिला का नाम पता से लेकर उनका संपर्क नंबर तक लिखा जाता है। ऐसे में विभाग उन्हें खोज कर लाभ क्यों नहीं दे पा रह है? सूत्रों की मानें कि जिन महिलाओं को लाभ की धनराशि डंप है, असल में यह नाम मनमाने तरीके से लिखे गए हैं। अब धनराशि खातें में भेजने की बाध्यता से धनराशि खर्च नहीं हो पा रही है। सीएमओ ने कहा कि सूची तलब की गयी है। नाम व खाते आने के बाद ही धनराशि दी जाएगी। अगर नाम नहीं आते तो धनराशि वापस करते हुए पूरे प्रकारण की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।