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खनन के आरोपितों समेत विद्यालय स्टाफ पर मुकदमा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सदर कोतवाली के त्रिलोकीपुर गांव में स्थित पानी भरे गड्ढे में

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 10:56 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 10:56 PM (IST)
खनन के आरोपितों समेत  विद्यालय स्टाफ पर मुकदमा
खनन के आरोपितों समेत विद्यालय स्टाफ पर मुकदमा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर :

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सदर कोतवाली के त्रिलोकीपुर गांव में स्थित पानी भरे गड्ढे में गुरुवार को डूबने से हुई मासूम चचेरे भाइयों की मौत पर कोतवाली पुलिस ने अवैध खनन कर गड्ढा करने वाले पूर्व प्रधानपति, उसके तीन बेटों के साथ लापरवाही पर प्राथमिक विद्यालय के समस्त स्टाफ पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

त्रिलोकीपुर गांव निवासी चचेरे भाई अभय पुत्र कैलाश जाटव व शिवा पुत्र ललित उर्फ मुन्ना जाटव गुरुवार को दोपहर एक बजे प्राथमिक विद्यालय से छुट्टी होने पर घर न जाकर शौच क्रिया करने चले गए थे। करीब 30 फिट गहरे गड्ढे में भरे पानी के समीप पैर फिसल जाने की वजह से वह दोनो डूबकर मौत के आगोश में समा गए थे। आक्रोशित परिजनों ने शव बरामद कर जाम लगा दिया था और कार्रवाई की मांग को लेकर शव नहीं उठने दिया था। करीब ढाई घंटे बाद एसडीएम सदर प्रेमप्रकाश तिवारी व सीओ सिटी कपिलदेव मिश्र के आश्वासन पर पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया था। ग्रामीणों का आरोप था कि दो वर्ष पूर्व पशुचर की जमीन पर तत्कालीन प्रधानपति सिराज अहमद ने करीब 35 फिट गहरी खोदाई करवाकर अवैध मिट्टी खनन कर लिया था लेकिन उसकी पुराई नहीं कराई गई थी जिससे पानी भर जाने की वजह से बच्चों की डूबकर मौत हो गई। विद्यालय स्टाफ पर लापरवाही का आरोप भी लगाया था। शहर कोतवाल शैलेंद्र कुमार ¨सह का कहना था कि ललित उर्फ मुन्ना जाटव पुत्र तुलसी की तहरीर पर पूर्व प्रधानपति सिराज अहमद, उसके बेटों कामरान अहमद, फैजान अहमद, जीशान अहमद के अलावा प्राथमिक विद्यालय के स्टाफ को गैर इरादतन हत्या में नामजद किया गया है। जिसकी विवेचना राधानगर चौकी इंचार्ज आशुतोष कुमार ¨सह कर रहे हैं। विद्यालय स्टाफ को दोषी माना

कक्षा पांच के दो बच्चों की मौत पर विद्यालय स्टाफ को भी दोषी माना गया। विद्यालय में प्रधानाचार्य सहित कुछ छह लोगों का स्टाफ है। गैर इरादतन हत्या में यह माना गया कि प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया। विद्यालय के शौचालय उपयोग पर भी यह सवाल उठाए गए कि बच्चों के उपयोग के लिए नहीं खोला जाता। उधर प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुकदमा का विरोध करते हुए कहा कि स्कूल की छुट्टी के बाद हादसा हुआ है। बच्चे बस्ते लेकर घर के लिए चले गए थे, ऐसे में स्टाफ को दोषी बताए जाने का विरोध किया जाएगा।


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