रबी में तिलहन व गेहूं का बढ़ा क्षेत्रफल
जागरण संवाददाता फतेहपुर रबी फसल में की कार्य योजना में इस बार उत्पादकता बढ़ाकर किसा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : रबी फसल में की कार्य योजना में इस बार उत्पादकता बढ़ाकर किसानों की आय दूना करने का लक्ष्य रखा गया है। गेहूं व तिलहनी फसलों में इजाफा कर कुल 2.22 लाख हेक्टेअर क्षेत्रफल में बुआई का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले रबी फसल से 4 हजार 403 हेक्टेअर अधिक है। खास बात है कि इस बार उत्पादन बढ़ाने के लिए नए बीज के अधिकाधिक प्रयोग पर किसानों को जागरूक करने व कम उत्पादकता वाली न्याय पंचायतों में प्रचार-प्रसार की रणनीति बनाई गई है।
रबी में सर्वाधिक क्षेत्रफल में गेहूं का आच्छादन किया जाएगा पिछले साल से गेहूं के क्षेत्रफल में 1048 हेक्टेअर का इजाफा किया गया है। चना के क्षेत्रफल में कमी करके तिलहन में सरसो के व तोइया के इलाके में भारी इजाफा किया गया है। कार्ययोजना में किसानों को आय दूना करने के लिए अतिरिक्त फसल में तोइया व मक्का करने पर जोर देने का निर्णय लिया गया है। कम उत्पादकता वाली न्याय पंचायतों में किसानों को कृषि पद्धति की नवीनतम जानकारी से जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया है। हर खेत को पानी की योजना के तहत तय किया गया कि निश्शुल्क बोरिग की सुविधा से किसानों को जोड़ा जाएगा। दलहनी व तिलहनी फसलों में गंधक की पूर्ति हेतु फास्फेट, जिप्सम व सल्फर के प्रयोग के प्रति जागरूक किया जाएगा।
शत-प्रतिशत आच्छादन के साथ अधिक पैदावार हो इसके लिए ब्लाक स्तर पर रबी गोष्ठी कराने का निर्णय लिया गया।
आच्छादन का लक्ष्य
फसल - वर्ष 2019 - वर्ष 2020 - वृद्धि व कमी
गेहूं - 179472 - 180520 - 1048
जौ - 1889 - 1867 - -22
चना - 28143 - 26839 - - 1304
मटर - 1673 - 2240 - 567
मसूर - 801 - 1053 - 252
सरसो - 16694 - 17932 - 1238
तोरिया - 00 - 2570 - 2570
अलसी - 137 - 187 - 40
मक्का - 00 - 04 - 04
कुल योग - 222809 - 233212 - 4403
(नोट : यह आंकड़े हेक्टेअर में दिए गए हैं।)
गंगा गांवों में बनेंगे जैविक कलस्टर
लागत कम कर अधिक पैदावार लेने के लिए जिले के गंगा गांवों में जैविक खेती पर जोर दिया जाएगा। कलस्टर बना कर खेती करने वाले किसानों को समूह के रूप में अच्छी खेती के प्रति प्रेरित किया जाना है। जिले में 35 गंगा गांवों में जैविक खेती करने वाले किसानों को वर्मी कंपोस्ट के लिए अनुदान भी दिया जाएगा।
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रबी फसल की कार्ययोजना तय कर ली गई है, उर्वरक व बीज की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के लिए शासन को मांग पत्र भेज गया है। उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को नई तकनीक से जोड़ा जा रहा है।
बृजेश सिंह, जिला कृषि अधिकारी