औंग फैक्ट्री अग्निकांड में दिनभर चली जांच, दस्तावेज नहीं दे पाए संचालक
जागरण टीम फतेहपुर: सोमवार की शाम औंग कस्बे की त्रिवेणी साल्वेक्स फैक्ट्री में लगी आग को ल
जागरण टीम फतेहपुर: सोमवार की शाम औंग कस्बे की त्रिवेणी साल्वेक्स फैक्ट्री में लगी आग को लेकर मंगलवार को बनारस मंडल के सहायक निदेशक फैक्ट्री जगदीश प्रसाद ने सहायक श्रमायुक्त सुविज्ञ कुमार एवं एसडीएम ¨बदकी सुशील कुमार गोंड के साथ जांच शुरू कर दी। करीब आठ घंटे की छानबीन के बाद भी यह तय नहीं हुआ कि फैक्ट्री के पास क्या बनाने का अधिकार था और फैक्ट्री किन चीजों का निर्माण कर रही थी। तीन घंटे फैक्ट्री के अंदर गुजारने के बाद एआरएफ ने कहा कि साल्वेंट निर्माण में प्रयोग होने वाला हेक्रीन केमिकल वातावरण में फैलने से आग लगने का अनुमान है।
जांच अधिकारी हादसे में घायल मजदूरों से कानपुर के अस्पतालों में पहुंच कर मुलाकात की और बयान दर्ज किए, उधर फैक्ट्री संचालक जांच दल को दूसरे दिन भी कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं दिखा पाए। जांच दल के अनुसार बुधवार को फैक्ट्री के सभी दस्तावेज तलब किए गए हैं, मालिक समेत जिम्मेदार कर्मचारी यदि दस्तावेज नहीं दिखाते तो मुकदमा भी लिखाया जाएगा। 6 मजूदरों को कानपुर के मंगला नर्सिंग होम और 4 को इलाज के लिए एलआरआर हास्पिटल कानपुर में भर्ती किया गया है। आग से झुलसे मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है। फैक्ट्री प्रशासन व प्रशासन की ओर से अभी तक मजदूरों को परिजनों को घटना की जानकारी नहीं दी गई है। फायर ब्रिगेड के लाल बहादुर ¨सह ने भी फैक्ट्री पहुंच कर जांच पड़ताल की। देर शाम 7:30 बजे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती मजदूरों के बयान दर्ज किए गए हैं। उधर फैक्ट्री में काम करने वाले अन्य मजदूरों की छुट्टी कर दी गई है। डेढ़ से दो करोड़ का नुकसान
आग लगने के हादसे से त्रिवेणी साल्वेक्स फैक्ट्री को डेढ़ से दो करोड़ रुपये के नुकसान की बात कही जा रही है। फैक्ट्री के डायरेक्टर पुलकित अग्रवाल ने बताया कि इस हादसे फैक्ट्री को डेढ़ से दो करोड़ का नुकसान हुआ है। अभी नुकसान का आंकलन सही से नहीं हो पाया है। नुकसान बढ़ भी सकता है। कराएंगे मजिस्ट्रेटी जांच-डीएम
डीएम आंजनेय कुमार ¨सह ने कहा कि फैक्ट्री में आग हादसे को लेकर मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी। इसके लिए ¨बदकी एसडीएम सुशील कुमार गोंड़ को नामित किया गया है। फैक्ट्री से जुड़ी कोई भी बात आम से खास व्यक्ति यदि बताना चाहेगा तो उसकी सुनवाई होगी। एआरएफ बनारस से भी उनकी जांच रिपोर्ट ली जाएगी, ताकि यह बात सामने आए कि आखिर हादसा कैसे हुआ।