बदलते मौसम में वायरल फीवर व उल्टी-दस्त का प्रकोप शुरु
जागरण संवाददाता फतेहपुर मौसम बदलते ही संक्रामक बीमारियां घर कर रहीं हैं। दूषित खान
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मौसम बदलते ही संक्रामक बीमारियां घर कर रहीं हैं। दूषित खानपान व गंदगी से वायरल फीवर, खांसी व डायरिया का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिला चिकित्सालय के पुरुष अस्पताल की प्रत्येक ओपीडी में 90 से 120 मरीजों तक की लंबी कतार लग रही है। हालत यह है कि सरकारी व प्राइवेट नर्सिंगहोम में उल्टी दस्त, खांसी व वायरल फीवर के मरीज जा रहें हैं।
जिला चिकित्सालय के पुरुष अस्पताल का 118 वार्ड के बेडों में दर्जनों मरीज बुखार व डायरिया के भर्ती होकर उपचार करा रहे हैं। मंगलवार को ओपीडी में कृष्णा निवासी बेरुई थाना असोथर व दीपक पुत्र छत्रपाल निवासी अढ़ेना बिदकी को उल्टी दस्त में भर्ती कराया गया है जबकि रश्मि देवी निवासी आबूनगर भी डायरिया से ग्रसित हैं। इसी प्रकार वायरल फीवर के तमाम मरीजों की ओपीडी में लाइन लगी रही। हालात यह हैं कि वार्डों में उल्टी दस्त से मरीजों के शरीर में पानी की कमी होने पर ग्लूकोज चढ़ाकर पानी की कमी दूर की जा रही है। वहीं तेज धूप व दूषित खानपान की वजह से पेट दर्द, खांसी व बुखार पीड़ित मरीज उपचार करा रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष में अधिकतर बच्चों को दूषित खानपान से उल्टी दस्त की ही शिकायत थी। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलचंद्र का कहना था कि मौसम बदल रहा है। प्रात: व रात हल्की ठंड रहती है और दोपहर में चटक धूप। इसलिए सतर्कता बरतने की जरूरत है। बच्चों में ठंड व गर्म से ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है इसलिए बासी भोजन का सेवन न करें और पानी उबालने के बाद ठंडाकर पिए। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें क्योंकि मच्छरों का प्रकोप धीरे धीरे बढ़ रहा है।
फिजिशियन डॉ. अरविद सचान व डॉ. आरएन गुप्ता का कहना था कि बुखार व डायरिया दूषित भोजन करने एवं लापरवाही बरतने से हो रहा है। इसलिए रात का भोजन हल्का करें। डिब्बी -
चिकित्सकीय सलाह पर एक नजर
-घरों के आस पास नालियों की सफाई रखें
- रात को मच्छरदानी लगाकर अवश्य सोएं
- बाजार के कटे फटे फल का सेवन न करें
- पानी उबालने के बाद ठंडा कर पिएं
- बासी भोजन का सेवन कतई न करें
- बदलते मौसम में ज्यादा ठंडा पानी न पिएं
- बुखार चढ़ने व दस्त होने पर अस्पताल आएं