पौष्टिक थाली हरा रही 'कोरोना' जीत रहे मरीज
विनोद मिश्र फतेहपुर बिना किसी खास दवा के कोरोना मरीजों को ठीक करना लोहे के चना च
विनोद मिश्र, फतेहपुर:
बिना किसी खास दवा के कोरोना मरीजों को ठीक करना लोहे के चना चबाने जैसा है, लेकिन डॉक्टर संदिग्ध व संक्रमितों की इम्युनिटी पावर को बढ़ा कर इन्हें ठीक कर रहे हैं। प्रयागराज अस्पताल से इसी तरकीब पर अनेक मरीजों ने इस बीमारी से जंग जीती हैं। अब यह प्रयोग जिले के एल-1 हास्पिटल थरियांव में शुरू कर 19 मरीजों की इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाकर ठीक करने के साथ ही घर भेज दिया गया है और 8-10 दिन बाद यह मरीज पूरी तरह से दस दिन गुजरने के बाद वह मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
अच्छे खान-पान का ठीक हो रहे मरीजों के इलाज में अहम भूमिका है। एल-1 हास्पिटल में मरीजों के सुबह उठने से लेकर शाम को सोने तक बकायदे इसका प्रोटोकाल तय किया गया है। तय मीनू में यह सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सुपाच्य व हल्के भोजन से ज्यादा से ज्यादा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए। वैसे भी बीमारी से प्रभावित होने के कारण अधिकांश मरीजों को खाना बेस्वाद लगता है, ऐसे मरीजों को खाने के लिए कैसे तैयार किया जाए और समय-समय पर उनकी काउंसिलिग की जाए।
दूध-दलिया व अंकुरित चने का नाश्ता
एल-1 हास्पिटल में रोगियों को पौष्टिक नाश्ता देने के लिए दूध-दलिया, अंकुरित चना, खीरा, नीबू, पोहा, जहां बदल-बदल कर दिया जाता है तो वहीं नाश्ते में नींबू को अनिवार्य रखा गया है, क्योंकि विटामिन-सी इम्युनिटी पावर बढ़ाने का अच्छा स्त्रोत हैं। नाश्ते भरपेट रहे इसका भी पूरा ध्यान रखा जाता है। दो मीटिग पूरा भोजन
डॉक्टरों ने मरीजों के लिए जो भोजन का मैन्यू तैयार किया है, उसमें दाल, चावल, रोटी, एक हरी सब्जी व सलाद अनिवार्य की है। इसमें अनाजों का चयन इस प्रकार से किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा इम्युनिटी पावर बढ़ा सके। दोपहर व शाम को यह खाना थाली के रूप में भरपेट दिया जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार..
एल-1 अस्पताल के प्रभारी डॉ. अनुपम सिंह बताते हैं कि अस्पताल में उपचार तो किया ही जा रहा है, साथ ही मरीजों के खान-पान पर पूरा ध्यान दिया जाता है। बताया कि 23 मरीज भर्ती हुए सभी पूरी तरह से स्वास्थ्य है।
19 हुए ठीक, और भी होंगे स्वस्थ्य: प्रभारी
अब तक जिले के 29 कोरोना मरीज ठीक हुए है। जिसमें प्रयागराज से आठ, प्रतापगढ़ से दो और जिले के एल-1 हास्पिटल से 19 लोग ठीक हुए है। अस्पताल के प्रभारी डा. अनुपम सिंह कहते हैं, अच्छे खान पान का नतीजा है कि मरीज का शरीर मजबूत रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से वह कोरोना वायरस को हरा देता है। जब 12 दिन बाद उसकी पुन: जांच कराई जाती है तो रिपोर्ट निगेटिव आती है।