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हरिसंकरी का पौध रोप दिया अनोखा संकेत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: हसनापुरसानी गांव स्वच्छता की सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ पहुंचे

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 06:52 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 06:52 PM (IST)
हरिसंकरी  का पौध रोप दिया अनोखा संकेत
हरिसंकरी का पौध रोप दिया अनोखा संकेत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर:

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हसनापुरसानी गांव स्वच्छता की सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौधरोपण के जरिए एक नई राह दिखाई। उन्होंने एक ही स्थान पर तीन पौधे (पीपल, पाकड़ और बरगद ) रोपकर कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की। वैसे उन्होंने खुद भी फावड़ा चलाकर यह संदेश दिया कि मेहनत ही आगे बढ़ने का मूलमंत्र है। वैसे गांव के किनारे के तालाब में श्रमदान व पौधरोपण के कार्यक्रम के लिए विस्तृत तैयारियां की गई थी। लेकिन यह कार्यक्रम पांच मिनट में निपट जाने पर लोगों में निराशा दिखाई दी। सीएम के पौध रोपण करने के साथ ही एनसीसी के कैडेटों ने भी तालाब के चारो ओर पौधे लगाए। वैसे समय कम होने की बात खुद सीएम ने कह कर सभी के मुंह भी बंद करने का काम किया।

इस दौरान सीएम योगी आदित्य नाथ ने कहा कि आज प्रदूषण समूची मानवता के लिए संकट खड़ा कर रहा हैं। जल और वृक्ष हमारे जीवन को चलाए रखने के लिए महत्वपूर्ण अवयव हैं। इसलिए इन्हें सभी लोग मिलकर बचाने व सहेजने का काम करें।

इस बीच तालाब के आस-पास खड़ी भीड़ जय श्रीराम के साथ योगी जिंदाबाद का जयघोष भी कर रही थी। केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, प्रभारी मंत्री सत्यदेव पचौरी, पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र ¨सह, रणवेंद्र प्रताप, जयकुमार जैकी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। ग्राम प्रधान ने लगाए गए सभी पौधों को धरोहर के रूप में संरक्षित करने का वादा किया।

क्या है हरिशंकरी का धार्मिक महत्व

- हरिशंकरी पौध (पीपल, बरगद,पाकड़) पीपल में त्रिदेवों यानि ब्रहमा, विष्णु व महेश का वास माना जाता है। बरगद का वृक्ष अक्षय सुहाग के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इसकी शाखों के विष्णु का निवास होता है। पाकड़ का वृक्ष भी देवताओं द्वारा संरक्षित माना जाता है। प्रभागीय निदेशक वन सीपीएस मलिक ने बताया कि पीपल ही एकलौता पौधा है तो 24 घंटे आक्सीजन का उत्सर्जन करता है।


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