सबमर्सिबल लगा सरकारी हैंडपंपों पर किया कब्जा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आम लोगों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए जिले में 31 ह
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आम लोगों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए जिले में 31 हजार से अधिक इंडिया मार्का-2 हैंडपंप लगाए गए। पिछले दो साल से सरकारी हैंडपंप में सबमर्सिबल लगा कर हथियाने का चलन इस तरह चला कि जिले के एक हजार से अधिक हैंडपंप सार्वजनिक की श्रेणी से अलग होकर व्यक्ति विशेष की धरोहर बन गए है।
बहुआ ब्लाक का कोरारी गांव ऐसा है जहां एक दो नहीं बल्कि दर्जन भर सरकारी हैंडपंप में सबमर्सिबल डाले गए हैं। बुधवार को दैनिक जागरण टीम ने गांव जाकर देखा तो जिसमें केवलजीत, अजय पाल, बाबू ¨सह, गयापाल, राम गोपाल, जवाहर ¨सह, अलोक ¨सह के घर के सामने लगे हैंडपंप में सबमर्सिबल मशीन पड़ी मिली। इसी तरह हुसेनगंज में अर्जुन ¨सह व मुन्नू ¨सह, औढ़ेरा में भुलई ¨सह यादव के घर के सामने लगे हैंडपंप सबमर्सिबल मशीन का प्रयोग मिला। विजईपुर ब्लाक के गुरवल, पहाड़पुर, मड़ौली, अगलेहार, गढ़ा, दरियामऊ, सैबसी, शिवपुरी, हरदासपुर गांवों के अस्सी हैंडपंपों में सबमर्सिबल के साथ प्रभावशाली लोगों के कब्जे में हैं। धाता कस्बे सहित क्षेत्र के ऐमापुर, डेंडासई, सलेमपुर, दामपुर, रानीपुर में पचास से अधिक सरकारी हैंडपंप निजी संपति बन गए हैं। हथगाम नगर पंचायत में चालीस सरकारी हैंडपंपों में सबमर्सिबल लगे होने पर नगर पंचायत की ओर से नोटिस जारी की गई है। ऐराया ब्लाक के अल्लीपुर, कटोघन, बरकतपुर, सरसई, हरदो, ऐलई के चालीस हैंडपंपों में सबमर्सिबल लगा है। खागा कस्बा में पंद्रह हैंडपंपों कब्जे में पाए गए है। अमौली ब्लाक के लहुरी सरांय, बुढवा, कलाना, आदि में सौ से अधिक, देवमई ब्लाक में माधोपुर में हैंडपंप के हत्था हटाकर मोटर लगा दी गई है। तीन दिन का दिया था समय
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार ¨सह ने सरकारी हैंडपंप में जेड पंप लगाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कहा था कि हैंडपंप सार्वजनिक संपत्ति है, इसमें सबमर्सिबल लगाकर निजी उपयोग करना पूरी तरह से अवैधानिक है। डीएम ने सभी ईओ व खंड विकास अधिकारियों को तीन दिन में जेड पंप लगे हैंडपंपों को ¨चहित करने के निर्देश दिए थे।
दर्ज कराया जाएगा मुकदमा, जांच शुरू
जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सचिव को हैंडपंप से सबमर्सिबल हटवाने की जिम्मेदारी दी गयी है। अगर कोई चिन्हित व्यक्ति सबमर्सिबल नहीं हटाता तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। चूंकि सबमर्सिबल लगने के कारण सार्वजनिक तौर पर पेयजल की असुविधा की सूचनाएं मिल रही है।