Move to Jagran APP

सौभाग्य से 20 विद्युत उपकेंद्रों का भरा बढ़ा, होती ट्रिपंग

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : विद्युत की सौभाग्य योजना का भार 20 उपकेंद्र पर बढ़ गया है। इससे

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 10:56 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 10:56 PM (IST)
सौभाग्य से 20 विद्युत उपकेंद्रों का भरा बढ़ा, होती ट्रिपंग
सौभाग्य से 20 विद्युत उपकेंद्रों का भरा बढ़ा, होती ट्रिपंग

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : विद्युत की सौभाग्य योजना का भार 20 उपकेंद्र पर बढ़ गया है। इससे उनकी मशीनें लगातार विद्युत आपूर्ति की बहाली नहीं कर पाती है। घंटे भर में ही मशीनें ट्रिप कर जाती है। इससे इलाके की बिजली बाधित हो जाती है और जनता सड़क पर उतर आंदोलन करने लगती है। सौभाग्य योजना से अब सवा लाख उपभोक्ता बन गए हैं और डेढ़ लाख कनेक्शन विभाग अभी और देगा। हालांकि उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाने की कार्ययोजना विभाग ने भी तैयार की है और प्रभावित होने वाले उपकेंद्रों की आपूर्ति में सुधार लाया जाएगा।

loksabha election banner

जिले में पहले से ही 1.65 लाख उपभोक्ता है, जिसमें सौभाग्य योजना से 2.89 लाख कनेक्शन और बढ़ाए जाने है। इनमें सवा लाख कनेक्शन विभाग ने बढ़ा दिए है। शेष कनेक्शन दिए जा रहे है। इन कनेक्शनों से 20 उपकेंद्रों पर भार दो गुना पहुंच गया है, जिससे उनमें विद्युत की आपूर्ति बहाली लगातार नहीं हो पाती है। इससे मुराइन टोला, असोथर , ललौली, मलवां, हुसेनगंज, देवमई, जहानाबाद, चांदपुर, अमौली, जाफरगंज, दतौली, बहुआ, असोथर, धाता, विजईपुर, सुजरही, सुल्तानपुर घोष, ऐराया, कनपुरवा, जोनिहा एवं गाजीपुर है। ये विद्युत उपकेंद्र लगातार विद्युत की आपूर्ति नहीं कर पाते है। भार बढ़ने की वजह से मशीनें ट्रिप करने लगती है। 6 घंटे भी लगातार नहीं मिलती बिजली

भार बढ़ने से ग्रामीण इलाके इन उपकेंद्रों से 8-10 घंटे की बिजली की आपूर्ति 24 घंटे में हो पाती है, इससे किसान रबी फसलों की तैयारी नहीं कर पा रहे है। वही सूख रही धान की फसलों के लिए भी कम बिजली से आंदोलित रहे। जबकि शासन से गांवों को 18 घंटे बिजली देने का रोस्टर है। लेकिन 6 घंटे में लगातार नहीं पाती है। इससे किसानों को असंतोष है। प्रभावित उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि होगी

जिन उपकेंद्रों में भार बढ़ रहा है। उनकी क्षमता में वृद्धि होगी। इसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है और जैसे ही बजट मिलता है, वैसे ही प्रभावित उपकेंद्रों की क्षमता में वृद्धि की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। - एसई, अधीक्षण अभियंता विद्युत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.