मिर्जापुर में बुखार का कहर, घर-घर पड़े लोग बीमार
संवाद सूत्र गाजीपुर बहुआ ब्लाक के मिर्जापुर मजरे बिझौली गांव में संक्रामक बीमारी बुखार ने
संवाद सूत्र, गाजीपुर : बहुआ ब्लाक के मिर्जापुर मजरे बिझौली गांव में संक्रामक बीमारी बुखार ने पांव पसार लिए हैं। 800 की आबादी वाले गांव के लगभग सभी घरों में लोग बीमार पड़े हैं। बच्चों से लेकर उम्र दराज लोगों को वायरल फीवर और मलेरिया के बुखार ने जकड़ रखा है। प्रशासन को इसकी कानो कान खबर न होने से छोलाछाप डॉक्टरों की बल्ले बल्ले हो गई है। सस्ती दवाओं के एवज में मोटी कमाई इनका जरिया बना हुआ है जिसके चलते मरीज से बुखार हटने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में अब तक करीब 50 मरीज उभर कर सामने आए हैं।
बहुआ प्राथमिक स्वासथ्य केंद्र के कार्यक्षेत्र वाले इस गांव में गुजर बसर करने वाले वालों में नट और कलंदर समुदाय के पचास फीसदी लोग रहते हैं तो शेष आबादी में लोधी और यादव परिवार हैं। खाना बदोसी में जीवन यापन करने वाले गरीब तबके के नट और कलंदर समुदाय की आबादी को संक्रामक बीमारी ने बुरी तरह से जकड़ रखा है। करीब दस दिनों से बीमारी फैलती ही जा रही है। गांव में हर घर में लोग बीमार हो रहे हैं। सरकारी सेवाओं के बजाए प्राइवेट इलाज पर इनकी जेब हल्की हो रही है। गांव के इब्राहीम और शरीफ कहते हैं कि पुराने मरीज ठीक नहीं हो पाते हैं कि हर घर का कोई नया व्यक्ति बीमार पड़ जाता है। प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है जिसके चलते गांव में फैली बीमारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। खास बात यह है कि प्रशासन को किसी ने फैले बुखार की जानकारी देना भी मुनासिब नहीं समझा है। प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य जनप्रतिनिधि होने का दायित्व निर्वहन करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
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यह हैं मिर्जापुर गांव के बीमार
12 वर्षीय आशमीन , नौ वर्षीय आमीन, सात वर्षीय शैलेंद्र, एक वर्षीय यासीन, पंद्रह वर्षीय सादरीन, बाइस वर्षीय राबुन, आठ वर्षीय शहाना , छह वर्षीय अफजल, चार वर्षीय फैजल, दो वर्षीय फैजान, 28 वर्षीय रेहाना , 30 वर्षीय मुगले आजम, 60 वर्षीय सलीमुन, दो वर्षीय निशा , 30 वर्षीय निसार, आठ वर्षीय साजदा, छह वर्षीय अमन, दस वर्षीय फिरोज, 27 वर्षीय फात्मा, दस वर्षीय अतिमा आदि प्रमुख हैं। गंदगी और मच्छरों का आतंक
ग्रामसभा के उपगांव में गंदगी सिर चढ़कर बोल रही है तो गंदगी और जलभराव के चलते मच्छरों का आतंक फैला हुआ है। ग्रामीण बताते हैं कि यहां पर कोई सफाई कर्मी नहीं आता है। सफाई के लिए खुद ही जतन करने पड़ते हैं। मुख्य गांव से प्रधान कभी सफाई कर्मी को नहीं भेजते हैं जिसके चलते दिक्कतों का अंबार लगा हुआ है। गंदगी का अंबार लगा हुआ है और मच्छरों के चलते मलेरिया का बुखार फैल रहा है। बरसात में दवा छिड़काव आदि भी नहीं हुआ है।
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मिर्जापुर गांव में बीमारी फैलने की जानकारी नहीं है। यह बेहद लापरवाही की बात है। पूरे प्रकरण की आज ही अपडेट ली जाएगी। शनिवार को प्रभावित गांव में डॉक्टरों की टीम भेजकर उपचार कराया जाएगा। संक्रामक बीमारी की निजात के लिए जिला प्रशासन से भी साफ सफाई आदि में सहयोग लेकर लोगों को निजात दिलाई जाएगी। -डॉ. उमाकांत पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी