फतेहपुर में ज्योति से ज्योति जली तो उम्मीदों की लड़ी खिली
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सरसो के तेल व कपास की बाती से निकली ज्योति हवा के झोकों में
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सरसो के तेल व कपास की बाती से निकली ज्योति हवा के झोकों में इतराते हुए हर किसी को उम्मीदों का संदेश देती रही। खंडहर होते जा रहे पौराणिक स्थल, तालाब, शहीद स्थल व मंदिरों में दीपक जगमगाते दीपक इस दीपपर्व की खुशियों को दूना कर रहे थे। मिट्टी की दियाली में जलने वाले यह दीप अमावस्या की अंधेरी रात का केवल अंधियारा ही नही मिटा रहे थे बल्कि मानवीय मूल्यों के लिए जरूरी, पर्यावरण, जल संरक्षण, व आयुष्मान समाज बनाने का संदेश दे रहे थे। सुख-समृद्धि व खुशहाली के लिए मनाए जाने वाले इस पर्व में प्रशासन ने जनसहयोग से जो पहल की वह वैचारिक क्रांति के रूप में दिखी तो जर्रा-जर्रा खुशियों से भर गया
बस्ती से लेकर जंगल तक दीप टिमटिमाए तो मन 'जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अंधेरो धरा पर कहीं हर न जाए' गुनगुनाने लगा। जिलाधिकारी आंजनेय ¨सह की पहल पर प्रशासनिक टीम के साथ संगठन व जनता हाथ में दीप व बाती लेकर गंगा के ओमघाट, शिवराजपुर,नौबस्ता घाट सहित बावनी इमली, तांबेश्वर मंदिर, अयोध्या कुटी, बांके बिहारी मंदिर नारायण दास की कुटी, भूमेश्वर महादेव मंदिर गाजीपुर, अश्वस्थामा मंदिर असोथर, थवईश्वर मंदिर, रानी तालाब हसंवा, बाग-बादशाही खजुहा, राणन तालाब, अखनई व ठिठौरा झील, गणेश शंकर विद्यार्थी चौराहा, सोहनलाल द्विवेदी स्मारक, शिव मंदिर हसनापुर , कलेक्ट्रेट स्थिति वुद्धा पार्क, आंबेडकर पार्क सहित एक सैकड़ा स्थानों में रंगोली सजाकर दीपों की रोशनी से सजाया। अयोध्या कुटी में सदर विधायक विक्रम ¨सह, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी की अगुवाई में दीपावली पर्व पर जनता ने एक-एक दीप जलाए तो यह लगने लगा कि जमीं पर ही चांद-सितारे उतर आए है। नारायाण दास की कुटी में डीएम आंजनेय कुमार ¨सह ने दीप जलाकर सभी को पर्यावरण व जलसरंक्षण के साथ पौराणिक स्थलों के सहेजने का संदेश दिया। मिल-जुल कर मनाई दीपावली तो बढ़ा भरोसा
प्रशासन व जनता ने मिल-जुल दीवाली मनाने अंदाज ही निराला रहा है। कार्यक्रम स्थलों में आईएएस और पीसीएस अफसरों के संग ग्रामीणों के बीच की दूरी कम हुई। ग्रामीण अफसरों के साथ कार्यक्रम को जीवंत रूप देने में जुटे रहे। पहली दफा ऐतिहासिक तरह से मनाए गए कार्यक्रम इतिहास के पन्नों में जुड़ गए।
दिलों को जोड़ गए दीये
दीपोत्सव कार्यक्रम के इतिहास में पहली दफा जिले की मुस्लिम बाहुल्य गांवों के मदरसों व मस्जिदों में दीये टिमटिमाए। सामजिका सराकारों के लिए मुस्लिम समाज भी इस खुशी में शामिल होकर यह संदेश दिया कि हम सब एक है। मंदिर हो या मस्जिद सबका उद्देश्य मानव कल्याण है। मुस्लिम बाहुल्य जहानाबाद कस्बे के लालूगंज मस्जिद व मदरसा में बच्चों संग मौलवियों ने ज्योति से ज्योति जलाकर एकता के संदेश को मजबूत किया।