220 रुपये के घाटे में किसान बेच रहे गन्ना
संवाद सूत्र, धाता : ब्लाक क्षेत्र में संचालित क्रय केंद्रों के बंद होने से गन्ना उत्पादक किसान परेश्
संवाद सूत्र, धाता : ब्लाक क्षेत्र में संचालित क्रय केंद्रों के बंद होने से गन्ना उत्पादक किसान परेशान घूम रहे हैं। अढ़ौली तथा धाता स्थित क्रय केंद्रों में विगत एक पखवारे से खरीद बंद है। गुड़ भठ्ठी संचालक 80 रुपये प्रति क्विंटल में गन्ना खरीद रहे हैं। वहीं सरकारी केंद्रों में खरीद न होने से किसान 220 रुपये के घाटे में गन्ना बेचने को मजबूर हैं।
हैदरगढ़, चीनी मिल द्वारा ब्लाक क्षेत्र में पांच जगह क्रय केंद्र खोले गए थे। एक पखवारे पूर्व ही चीनी मिल ने अढ़ौली तथा धाता स्थित क्रय केंद्रों में खरीद बंद कर दी। मिल द्वारा भेजी जाने वाली पर्ची के इंतजार में तमाम किसानों ने खेतों में गन्ना की फसल छोड़ दी। इधर क्रय केंद्र बंद होने से किसान परेशान घूम रहे हैं। किसानों का कहना था चीनी मिल द्वारा खोले गए क्रय केंद्रों के बंद होने से गुड़ भठ्ठी संचालक मनमानी दाम पर गन्ना खरीद कर रहे हैं। अमरनाथ ¨सह-सोनारी, दिलदार अहमद-अढ़ौली, बीरेंद्र ¨सह-अढ़ौली, अशोक कुमार ¨सह-गोपालपुर आदि किसानों का कहना था 300 रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाला गन्ना भठ्ठी संचालक 80 रुपये में खरीद रहे हैं। मजबूरी में किसान भठ्ठी संचालकों को कम दाम पर गन्ना बेच रहे हैं। तमाम किसान गुड़ बनवाकर फसल की लागत निकालने की जुगत में लगे हैं। किसानों का आरोप है कि शुकुलपुर गांव स्थित गन्ना क्रय केंद्र में प्रति दिन चार-पांच ट्रक गन्ना लोड होता है। उसमे भी छोटे किसानों का गन्ना तौल नहीं होता है। बिचौलियों की वजह से किसानों को गन्ना बेंचने में असुविधा हो रही है। जिम्मेदार विभाग के अफसर, कर्मचारी भी सीधा जवाब देते हैं कि लक्ष्य के मुताबिक उन्होने खरीद करके क्रय केंद्र बंद कर दिए हैं। क्या बोले जिम्मेदार
चीनी मिल द्वारा समर्थन मूल्य पर गन्ना खरीदा जा रहा था। निजी भठ्ठी संचालकों द्वारा कम दाम पर यदि गन्ना की खरीद की जा रही है तो स्थानीय प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। - जीडी ¨सह, मैनेजर चीनी मिल।