इलाज में लापरवाही से घायल किसान की मौत, हंगामा
जागरण संवाददाता फतेहपुर सड़क हादसे में घायल किसान को मंगलवार सुबह एंबुलेंस से सदर अ
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सड़क हादसे में घायल किसान को मंगलवार सुबह एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया। ट्रामा सेंटर इमरजेंसी कक्ष से चिकित्सक ने उसे एलएलआर, कानपुर रेफर कर दिया। उसी बीच एक सर्जन के दो सहयोगी घायल को आपरेशन थियेटर ले गए और वहां पर स्वजन से साढ़े 12 हजार रुपये मांग लिए। किसान की मौत के बाद गुस्साए स्वजन ने हंगामा किया और सर्जन डाक्टर के सहयोगियों से झड़प की। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस के आश्वासन पर स्वजन शांत हुए।
मलवां थाने के कांधी गांव निवासी 50 वर्षीय किसान यदुनंदन मौर्य मंगलवार को सुबह बाइक से अपने साढ़ू के यहां मोहम्मदपुर थाना थरियांव जा रहे थे। अस्वा बक्सपुर के समीप अज्ञात वाहन उन्हें टक्कर मारकर निकल गया जिससे किसान के सीने की पसली टूटने के साथ हाथ-पैर में चोट आ गई। घायल को एंबुलेंस से जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष लाया गया। चिकित्सक केपी सिंह ने मरीज को देखकर एलएलआर, कानपुर रेफर कर दिया। अभी वह घायल को ठीक से देख नहीं पाए थे कि एक सर्जन के दो सहयोगी आए और घायल को स्ट्रेचर पर रखकर आपरेशन थिएटर तक लेकर गए और वहां पर घायल के स्वजन से सुविधा शुल्क की मांग कर दी। स्वजन रुपयों की व्यवस्था नहीं कर सके और कुछ देर में किसान ने दम तोड़ दिया। जिससे स्वजन ने हंगामा किया और उनकी चिकित्सक के सहयोगियों से नोकझोंक भी हुई। खबर पाकर शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह मय फोर्स अस्पताल पहुंचे और स्वजन को आश्वस्त किया कि पोस्टमार्टम बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, तब जाकर आधे घंटे बाद स्वजन शांत हुए। शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह का कहना था कि तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
..तो पिता की बच जाती जान
दिवंगत के बेटे अभिषेक मौर्य ने आरोप लगाया कि एक सर्जन डाक्टर के दो सहयोगियों ने साढ़े 12 हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगा। असमर्थता जताने पर समय से आपरेशन नहीं किया गया जिससे पिता की मौत हो गई इसलिए सहयोगियों पर कार्रवाई की मांग की। बेटे का कहना था यदि समय से पिता का आपरेशन शुरू हो जाता तो शायद उनकी जान बच जाती।
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प्रकरण संज्ञान में आया है, जांच कराई जाएगी। जांच में जो तथ्य निकलकर आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई निर्धारित जाएगी। डा. प्रभाकर सीएमएस।