गले मिलकर दिया सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश
जागरण संवाददाता फतेहपुर गांव-गांव स्वास्थ्य सेवाओं को धार देने वाली आशा बहुंए अब स्मार्ट फोन से लैस दिखेंगी। यह अपने-अपने तैनाती क्षेत्रों में गैर संचारी रोगों के गंभीर रोगियों जैसे शुगर कैंसर हाई ब्लड प्रेशर जैसे रोगों से जूझ रहे रोगियों की पहचान करेंगी।
संवाद सहयोगी, जहानाबाद: वर्ष 2016 को जहानाबाद को दंगे का दाग इस कदर लगा है कि अब भी वह उससे उबर नहीं पा रहा है। हालांकि चार वर्ष बाद एक सराहनीय पहल करते हुए मुस्लिम समाज ने कदम आगे बढ़ाए। शोभा यात्रा का फूलों से स्वागत किया। इस पहल की पूरे कस्बे में खूब सराहना हुई।
चार वर्ष पूर्व 14 जनवरी को हिदू सम्मेलन के दौरान शोभा यात्रा में शामिल लोगों पर हमला हुआ, इसके बाद पूरा कस्बा दंगे की आग से जल उठा। आगजनी, तोड़फोड़ की घटना ने कस्बे की पुरानी सांप्रदायिक सौहार्द की छवि को बट्टा लगा दिया। मंगलवार को हिदू सम्मेलन में शोभा यात्रा के दौरान लालूगंज तिराहे पर मुस्लिम समाज ने यात्रा में शामिल लोगों के स्वागत के लिए चेयरमैन प्रतिनिधि मो. आरिफ सेठ के नेतृत्व में स्टाल लगाया। यहां पर शोभा यात्रा पहुंची तो गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा की गई।