संक्रामक बीमारी से अधेड़ की मौत, बीमारों की संख्या बढ़ी
संक्रामक व बुखार की बीमारी से जूझ रहे तहसील क्षेत्र के गांवों में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा बीमारी एक के बाद दूसरे गांव को चपेट में ले रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीमारी रोकथाम के तमाम प्रयास विफल हो रहे हैं। मंगलवार को सौंह गांव के बुखार पीड़ित कमल किशोर तिवारी की मौत हो गयी जबकि दरियापुर गांव में स्वास्थ्य टीम न पहुंचने से बीमारों की संख्या बढ़ गयी। यहां बीमारी की सूचना के बाद भी टीम नहीं पहुंची सिर्फ एएनएम ने गांव भ्रमण कर औपचारिता पूरी की।
जागरण टीम फतेहपुर : संक्रामक व बुखार की बीमारी से जूझ रहे तहसील क्षेत्र के गांवों में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, बीमारी एक के बाद दूसरे गांव को चपेट में ले रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीमारी रोकथाम के तमाम प्रयास विफल हो रहे हैं। मंगलवार को सौंह गांव के बुखार पीड़ित कमल किशोर तिवारी की मौत हो गयी, जबकि दरियापुर गांव में स्वास्थ्य टीम न पहुंचने से बीमारों की संख्या बढ़ गयी।
मलवां ब्लाक के सौंह गांव निवासी 52 वर्षीय कमल किशोर तिवारी को कई दिनों से बुखार आ रहा था। हालत बिगड़ने पर परिजन सोमवार को कानपुर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां इलाज के दौरान मंगलवार को अधेड़ की मौत हो गई। उधर दरियापुर गांव में बुखार से कई परिवार पीड़ित हैं। गांव में स्वास्थ्य टीम ने पहुंचने से बीमारों में आक्रोश रहा। गांव के विजय करन की पत्नी कुसमा देवी, पुत्र अनिल, पौत्र सुनील कुमार व बहू चंद्रकली का सरसौल कानपुर में इलाज करा रहे है। इसके अलावा गांव की विजमा देवी, सिया देवी औंग में इलाज करा रही है। गांव पहुंची एएनएम विमला ने घर-घर जाकर बीमारों से इलाज के लिए पीएचसी गोपालगंज इलाज के लिए जाने को कहा। उधर गांव में 15 सफाई कर्मचारियों की टीम दूसरे दिन भी साफ सफाई में लगी रही। टीम ने गांव की नालियों की सिल्ट हटाकर सफाई की। तहसील क्षेत्र में हो चुकी छह मौतें
बिदकी तहसील में बुखार के चलते अब तक पांच मौतें हो चुकी हैं। बुखार की चपेट में आए गांव अब भी बीमारियों से उबर नहीं पा रहे हैं। अमौली ब्लॉक के सरांय धरमपुर गांव में दो, कलाना गांव में दो, खजुहा ब्लाक के बाबूपुर गांव में एक व सौंह गांव बुखार से एक मौत हो चुकी है। दरियापुर गांव में एक दिन पहले जिला मलेरिया अधिकारी टीम के साथ गए थे, दवा उपचार भी दिया गया। मंगलवार को टीमों ने यहां कैंप क्यों नहीं किया इसकी जानकारी ली जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। अगले दिन में गांव में कैंप कराकर बीमारों को राहत दी जाएगी।- डॉ. उमाकांत पांडेय, सीएमओ