फतेहपुर में एक घंटे के रेस्क्यू के बाद कुएं से सुरक्षित निकाला गया गोवंश
संवाद सूत्र खखरेड़ू थाना क्षेत्र के गहबरपुर गांव में गुरुवार सुबह अन्ना मवेशियों के झुंड म
संवाद सूत्र, खखरेड़ू: थाना क्षेत्र के गहबरपुर गांव में गुरुवार सुबह अन्ना मवेशियों के झुंड में शामिल दो गोवंश आपस में झगड़ते हुए एक गोवंश कुएं में गिर गया। नजदीक खड़े एक किसान ने यह देखा तो ग्रामीणों को इसके बारे में सूचित किया।
ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे गोवंश को बाहर निकालने का प्रयास किया। असफल होने पर स्थानीय थाने में इसके बारे में सूचना दी गई। कुछ देर बाद यूपी 112 की टीम के साथ एसआई अनिरुद्ध दुबे मौके पर पहुंच गए। कुएं की गहराई व पानी कम होने की वजह से रेस्क्यू में मुश्किल हो रही थी। दमकल को गोवंश गिरने की सूचना मिली तो खागा से फायर कर्मी गांव पहुंचे। नजदीक लगे एक ट्यूबवेल से कुएं में पानी भराने के बाद गोवंश को बाहर निकाला गया। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों के साथ ग्रामीणों ने सकुशल गोवंश को बाहर निकाला। जंगल के रास्ते में पड़ने वाले सपाट कुओं को लेकर ग्रामीणों ने चिता जाहिर की। ग्रामीणों का कहना था सपाट कुओं की वजह से मवेशियों के साथ हादसे हो जाते हैं। क्षेत्र में बड़ी संख्या में सपाट कुएं हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं।
फतेहपुर में टैग लगे मवेशी सड़क पर घूमते मिले तो दर्ज होगा मुकदमा
संवाद सहयोगी, खागा: आबादी के अंदर अन्ना घूमते पालतू गोवंश को लेकर नगर पंचायत ने सख्त रूख अपनाया है। गुरुवार दोपहर ईओ ने टैग लगे एक गोवंश को पकड़वाकर उसके मालिक के बारे में जानकारी एकत्र कराई। पशु चिकित्सक को बुलाकर ईओ ने पशु मालिक के बारे में जानकारी करके मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
नगर पंचायत का कैटिल केचर दस्ता लगातार कई दिनों से सड़क पर घूम रहा है। इसके बावजूद अन्ना मवेशियों की संख्या में कोई गिरावट नहीं आ रही है। नगर पंचायत कर्मियों ने दोपहर बाद एक गोवंश को पकड़कर उसके कान में टैग लगे होने की जानकारी ईओ लालचंद्र मौर्य को दी। ईओ का कहना था नगर के अंदर टैग लगे मवेशियों के अन्ना छोड़ने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। टैग लगे मवेशियों का आशय स्पष्ट है कि इनको गोशाला से छोड़ा जाता है या फिर पशु पालक दूध निकालने के बाद इनको अन्ना छोड़ देते हैं। ईओ ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को मौके पर बुलाकर टैग लगे गोवंश से जुड़ी जानकारियां मांगी। ईओ ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मियों को निर्देशित किया कि टैग के आधार पर पशु मालिक के बारे में जानकारी करके कोतवाली में मुकदमा दर्ज करावें।
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