मुकदमों का उतरा बोझ तो खिल उठे चेहरे
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: वर्षों से न्याय के लिए कोर्ट कचेहरी के चक्कर लगा रहे वादकारि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: वर्षों से न्याय के लिए कोर्ट कचेहरी के चक्कर लगा रहे वादकारियों की आंखे उस समय खुशी से चमक उठी जब रविवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों ने अलग-अलग 10300 मुकदमों का आपसी सुलह-समझौते से निस्तारण कर दिया। विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जिला जज नीरज निगम ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन करके किया। जिला जज आयोजन को सफल बनाने के लिए न्यायिक अफसरों व अधिवक्ताओं की भूमिका को सराहा। लोक अदालत में 7.11 लाख से अधिक अर्थदंड और 2.06 करोड़ से अधिक की राशि प्रतिकर के रूप में जमा कराई।
राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला जज ने एमएसी व दीवानी तथा भिन्न भिन्न न्यायिक अधिकारियों ने मोटर वाहन दुर्घटना, दांडिक सिविल वाद, राजस्व, चकबंदी, बैंक वसूली, वैवाहिक प्रकरणों पर फैसला सुनाया। उक्त लोक अदालत में अपर जिला जज धनेंद्र प्रताप ¨सह, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय शंभू नाथ, अपर जिला जज मनराज ¨सह, अपर जिला जज ऋचा जोशी, विशेष न्यायाधीश आवश्यक वस्तु अधिनियम मृदुला मिश्रा, अपर जिला जज अच्छे लाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पारुल वर्मा, सिविल जज सीनियर डिवीजन अजय कुमार प्रथम, सिविल जजज सीनियर डिवीजन कमलेश कुमार मौर्य, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजीव कुमार, सिविल जज जूनियर डिवीजन दीप्ति यादव, सिविल जज जूनियर डिवीजन खागा जसवीर ¨सह, न्यायिक मजिस्ट्रेट घनश्याम शुक्ला, अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन सर्वेश ¨सह, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव ने भिन्न भिन्न वादों की सुनवाई कर मुकदमें का निस्तारण किया। लोक अदालत में उप जिला अधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी, हरिहर राम ने राजस्व वादों और जिला प्रोबेशन अधिकारी ने विधवा पेंशन के मामलों का निस्तारण किया।