विभाग का दावा फेल, आधे अधूरे सौभाग्य से गांवों में छाया अंधेरा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : गांव एवं मजरों के विद्युतीकरण की सौभाग्य योजना आधे-अधूरे में उ
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : गांव एवं मजरों के विद्युतीकरण की सौभाग्य योजना आधे-अधूरे में उलझ गई है। योजना के तहत सवा लाख लोगों को बिजली के कनेक्शन देने का लक्ष्य है, लेकिन टीमों की सुस्ती से अधर में रह गई। यह कार्य को इसी अक्टूबर माह में अंत तक पूरा कर देना है, लेकिन अभी तक मिले लक्ष्य के आधे कनेक्शन भी नहीं हो पाए है। बताते है कि यदि लक्ष्य की भरपाई टीमें नहीं कर पाई तो विभागीय अभियंताओं पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इसकी रिपोर्ट मुख्य अभियंता इलाहाबाद को प्रतिदिन जा रही है।
योजना जिले में 5 माह से लागू है। इसके तहत अब तक 53 हजार लोगों को कनेक्शन दिए जा चुके है। उसमें भी टीमों ने लक्ष्य के मुताबिक काम को पूर्ण करने के लिए फर्जीवाड़े का खूब सहारा लिया है। इससे उपभोक्ता परेशान रहते हैं और लाइनों को दुरुस्त कराने के लिए विभागीय अधिकारियों के चक्कर लगाते रहते है, लेकिन उन्हें आश्वासन ही हाथ लगता है। मलवां के उपभोक्ता राजेश कुमार, धाता के कमलेश कुमार, मोहम्मदपुर गौती के मो. सकील, धाता के सुखदेव पटेल देवमई के महेंद्रपाल, सचिन वर्मा का कहना था कि योजना से दिए जा रहे कनेक्शन की हकीकत कुछ अलग है। किसी उपभोक्ता के यहां मीटर लगे हैं तो किसी के यहां लाइन बिछी है। 160 ट्रांसफार्मर आए
-सौभाग्य योजना के लिए 160 ट्रांसफार्मर आए है। जिसमें 63 केवीए के 100, 25 केवीए 40 एवं 100 केवीए के 20 ट्रांसफार्मर लगा दिए गए है। ये सभी भंडारगृह में आए थे। इनमें 80 फीसद ट्रांसफार्मर लगाए जा चुके है। हालांकि अभियंताओं ने और ट्रांसफार्मरों की मांग की है। सौभाग्य योजना से छूटे गांव एवं मजरों तक विद्युत की रोशनी पहुंचाई जा रही है। इसका अभियान छिड़ा हुआ है। इसका लाभ पात्रों के मिले और बिजली चोरी रुके, इसके प्रयास किए जा रहा है। -राजीव कुमार, अधीक्षण अभियंता, उप्र विद्युत पावर कारपोरेशन