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दीपावली पर संकल्पों के दीप जला खुशियां कर लें दूना

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सुख समृद्धि लाने वाले दीपावली पर्व को यादगार बनाने के लिए हर किस

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 11:00 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 11:00 PM (IST)
दीपावली पर संकल्पों के दीप जला खुशियां कर लें दूना
दीपावली पर संकल्पों के दीप जला खुशियां कर लें दूना

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सुख समृद्धि लाने वाले दीपावली पर्व को यादगार बनाने के लिए हर किसी को संकल्पों का दीप जलाना होगा। विकास के इस दौर में जीवन के मूल्यों को बनाए रखने में आ रही बाधाएं दूर करना हम सबके लिए जरूरी हो गया है। सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण को बचाने की है, तो आइए संकल्प लें की इस दीपावली में बिजली की कुमकुम झालरों के स्थान पर सरसो के तेल के दीपक से अमावस्या की रात का अंधेरा उजियारा से भरें। आधी आबादी इस बार दीपावली के पर्व को यादगार मनाने के लिए सरसो के तेल के दीपक से घर-आंगन व मंदिरों को रोशन करने का संकल्प ले रही हैं। त्योहार मनाने की तैयारियों में लगी घर की महिलाओं की जुबानी कुछ यूं रही.। पर्यावरण का रहेगा ख्याल

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यह दीपावली खास अंदाज पर मनाने की तैयारी है। डीएम ने सरसो के दीपक जलाने के ट्वीट को पढ़ा तो संकल्प लिया कि इस बार घर-आंगन को दीपक की रोशनी से सजाएंगे। इससे पर्यावरण की रक्षा के साथ कीटाणु भी दूर होंगे। - रूचि शुक्ला चाइनीज आइटम से किया तौबा

इस बार हमने जो खरीददारी की है उसमें चाइनीज आइटम से नहीं लिया। भले ही महंगी मिल रही है लेकिन मिट्टी की बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां पूजन के लिए लिया है। प्लास्टर आफ पेरिस की बनी मूर्तियां नहीं लिया। - तन्वी साफ-सफाई का संकल्प

ऐसी मान्यता है कि दीवाली में घर-बाहर साफ-सफाई होने पर लक्ष्मी का प्रवेश होता है। स्वच्छता जैसे मंत्र को पूरे साल अपना कर हम जीवन में खुशहाली ला सकते है। इस दीवाली में हमने स्वच्छता का संकल्प लिया है। - मंजू वर्मा गरीबों के घर जलेगा दीपक

पर्वों से हमे सामाजिक मजबूती व एकता का संदेश मिलता है। हमने यह संकल्प लिया है कि पहले किसी गरीब की झोपड़ी में जाकर दीप जला कर उनके साथ दीवाली मनाएंगे, इसके बाद अपना घर रोशन करेंगी। - संगीता यादव

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शुभ शक्तियां होती आकर्षित

- 'देशी घी व सरसो के तेल के दीपक में शुभ शक्तियों को आकर्षित करने की शक्ति होती है। तभी तो सनातन धर्म में तुलसी के पौधे में रोज शाम को दीपक जलाने की परंपरा है। इसकी लौ से निकलने वाला धुआं बुरी शक्तियों को नष्ट कर सात्विकता लाता है। घी का दीपक बुझने के चार घंटे व सरसो के तेल का दीपक का बुझने के दो घंटे तक असर रहता है।' बच्चा महराज- ज्योतिषाचार्य वातावरण में आती गर्माहट

'आयुर्वेद में छह रसों में एक कटु रस होता है, जो सरसो के तेल में पाया जाता है। तीक्ष्ण गंध व कसैला होने के कारण इससे निकलने वाले धुएं से कई तरह के हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते है। अधिक देर गरम करने से इसका इसके गुण कई गुना बढ़ जाते है। दीपावली में सरसो का दीपक बड़ी संख्या में जलने से वातावरण में उष्णता (गर्माहट) आती है, जो बीमारियों को कम करने व वातावरण की शुद्धता को बढ़ाती है।' - देवदत्त आर्य- आयुर्वेदाचार्य


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