Move to Jagran APP

कच्चा मकान ढहने से मामा-भांजी की मौत

संवाद सूत्र हुसेनगंज (फतेहपुर) रक्षाबंधन के एक दिन पहले गनेशपुर गांव में रविवार दोपहर

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 11:55 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:06 AM (IST)
कच्चा मकान ढहने से  मामा-भांजी की मौत
कच्चा मकान ढहने से मामा-भांजी की मौत

संवाद सूत्र, हुसेनगंज (फतेहपुर) : रक्षाबंधन के एक दिन पहले गनेशपुर गांव में रविवार दोपहर खाना खाते समय अचानक घर की कच्ची छत व दीवार ढह गई। इससे उसके नीचे बैठे दंपती समेत चार लोग दब गए। चीख पुकार सुनकर आए पड़ोसियों ने मलबा हटा दंपती समेत सभी को बाहर निकाला, इस बीच मामा-भांजी की मौत हो चुकी थी। हादसे की सूचना पर प्रदेश के राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाते हुए शासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।

loksabha election banner

हुसेनगंज थाने के गनेशपुर गांव निवासी संकठू पासी पत्नी कलावती, 17 वर्षीय बेटे नरेंद्र व ढाई माह की नातिन पायल के साथ दोपहर को घर पर खाना खा रहे थे। तभी अचानक कच्ची छत व दीवार ढह गई, जिससे चारों उसके नीचे दब गए। चीख पुकार सुनकर आए पड़ोसी व स्वजन ने किसी तरह से मलबा हटाकर चारों को बाहर निकाला और नरेंद्र व उसकी भांजी पायल की हालत गंभीर होने पर आनन फानन सीएचसी गए। जहां चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे से पीड़ित परिवार के घर के बाहर ढांढ़स बंधाने वालों की भीड़ लगी रही। एक घर में दो मौतों से ग्रामीण व रिश्तेदारों के आंसू छलक पड़े।

रक्षाबंधन पर बेटी नातिन आई थी घर

घायल गृहस्वामी सकठू पासी ने बताया कि रक्षाबंधन की वजह से बेटी संगीता पत्नी आशाराम निवासी भटहा कोतवाली ढाई माह की नातिन के साथ घर आई थी। हादसे से स्वजनों में कोहराम मचा रहा। एसओ निशिकांत राय मौके पर पहुंचे।

चार भाईयों में मझिला था नरेंद्र

दिवंगत नरेंद्र के बड़े भाई बीरेंद्र, सुरेंद्र व रितिक ने बताया कि नरेंद्र मझिले नंबर का था और संकठा प्रसाद इंटर कॉलेज मवई में कक्षा 11 का छात्र था। इसकी बहनें गीता, अनीता व संगीता रो-रोकर बेहाल रही। बड़ी बहन संगीता अपनी मासूम बेटी के साथ भाई नरेंद्र की मौत के गम में बदहवास रही।

मेहनत मजदूरी कर पालते है पेट

सकठू पासी व उनके बेटे मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पूरा परिवार मेहनतकश है। गांव के जो लोग भी उन्हें खेत खलिहान में काम करने के लिए बुलाते थे, वह पहुंचते हैं। चार-चार लाख रुपये मिलेंगे

नायब तहसीलदार डॉ. संतराज सिंह गनेशपुर गांव पहुंचकर पीड़ित स्वजन से मिले। गृहस्वामी को बताया कि शीघ्र ही दिवंगत के स्वजन को शासन से मिलने वाली चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.