सिसकियों के बीच मौत का तांडव
संवाद सहयोगी, मलवां/बकेवर/¨बदकी : इकलौते पुत्र धनंजय की मौत पर मां उर्मिला बेसुध हो गई। कुछ
संवाद सहयोगी, मलवां/बकेवर/¨बदकी : इकलौते पुत्र धनंजय की मौत पर मां उर्मिला बेसुध हो गई। कुछ ऐसा ही हाल बहन शिखा का भी था। बोलेरो गाड़ी में सवार होकर मां-बहन सहित अन्य परिजन बिलखते हुए भाई को अंतिम बार देखने को बेताब थीं। सभी के मन में एक ही सवाल था कि कितनी जल्दी वे भदबा गांव पहुंचें।
गाड़ी के अंदर सिसकियां तो कभी दहाड़े मारकर रोने-चिल्लाने की आवाजें गूंज रही थी कि बिलख रही मां-बहन सहित अन्य परिजनों को मौत निगल गई। मलवां थाने के भदबा गांव निवासी धनंजय ¨सह की असामयिक मौत तीन परिवारों को एक साथ गहरे जख्म दे गई। अब इन परिवारों के आंखों के आंसू थम नहीं रहे हैं। भदबा व इटावा से लेकर ¨भड तक मातम का छाया है।
भदबा गांव निवासी धनंजय ¨सह घर में पत्नी सोनम ¨सह, डेढ़ वर्ष का पुत्र गोलू ¨सह व मां उर्मिला के साथ रहता था। पांच बहनों में सभी की शादी हो चुकी है। पिता रामेश्वर ¨सह की 5 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। गांव से एक माह पूर्व मां उर्मिला मध्य प्रदेश के ¨भड पुत्री शिखा के यहां चली गई। पुत्र की मौत की खबर पाकर पुत्री के साथ वापस घर लौटते समय दुर्घटना में मौत से हो गई। अब घर में पत्नी और डेढ़ वर्ष का पुत्र ही रह गया है। हादसे के बाद पत्नी सोनम ¨सह गहरे सदमे में हैं। उधर ¨भड के नोनाटा में शिखा व उसकी पुत्री वैष्णवी व ससुर भीम ¨सह की मौत से मातम छाया है। बोलेरो चालक की मौत से इटावा के बंसवी में भी परिजन बेहाल हैं। दुर्घटना के दौरान बोलेरो की रफ्तार इतनी तेज थी कि कंटेनर के पीछे के दो टायर फट गए। टायर फटने की तेज आवाज सुनकर ढाबा संचालक शैलेंद्र पटेल दौड़कर हादसे के अंदेशे पर मौके पर पहुंचे। ढाबा संचालक ने बताया बोलेरो पूरी तरह से कंटेनर के पीछे घुसी थी। ऐसा लग रहा था कि अब इसमें कोई जीवित नहीं बचा होगा। मौके पर पुलिस व एंबुलेंस पहुंच गई। शिखा के पति ने दर्ज कराया मुकदमा
मध्य प्रदेश के जनपद ¨भड थाना उमरी के नोनाटा गांव निवासी विजय पाल ¨सह की तहरीर पर दुर्घटना का मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी एयू सिद्दीकी ने बताया हादसा बोलेरो चालक की लापरवाही से हुआ है। मुकदमा दर्ज किया गया है। भदबा गांव में मातमी माहौल
धनंजय की मौत पर एकत्र हुए परिजन व ग्रामीणों को जैसे ही हादसे की जानकारी हुई। वह पहले मृतक धनंजय के घर पहुंचा, इसके बाद ¨बदकी व कानपुर के लिए निकल गया। परिजन समेत अन्य ग्रामीणों ने पहले भृगुधाम भिटौरा में धनंजय का अंतिम संस्कार किया, इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर दुर्घटना में मौत का शिकार हुई बहन, उसकी बेटी-ससुर व बोलेरो चालक का पोस्टमार्टम करवाया। वहीं कुछ लोग धनंजय की मां उर्मिला का शव लेने के लिए कानपुर रवाना हुए।