सड़क पर छह माह में ही हुए जानलेवा गढ्डे
संवाद सहयोगी, खागा : धाता-रक्षपालपुर मार्ग में लिहई मोड़ से सलेमपुर गांव तक बनी छह किलोमीट
संवाद सहयोगी, खागा : धाता-रक्षपालपुर मार्ग में लिहई मोड़ से सलेमपुर गांव तक बनी छह किलोमीटर सड़क छह महीने भी नहीं चल सकी। क्षेत्रीय लोगों ने सड़क निर्माण में प्रयुक्त निर्माण सामग्री की जांच कराते हुए पुन: मरम्मत की मांग उठाई है।
यमुना तटवर्ती गांवों को ब्लाक मुख्यालय तथा गैर जनपद मार्ग गाजीपुर-धाता से जोड़ने वाली सड़क का निर्माण साल भर पहले ही शुरु हुआ था। कार्यदाई संस्था ने ठेकेदार के माध्यम से लाखों रुपये खर्च करके निर्माण कार्य पूरा करा दिया। छह महीने पहले ही बनकर तैयार हुई छह किलोमीटर सड़क की हालत इस कदर बिगड़ गई कि चार पहिया वाहन, एंबुलेंस लेकर निकलना मुश्किल हो रहा है। सलेमपुर, दामपुर, रानीपुर, मखउवा, बेलावां, बेलाई, उरई, अढैया, खरसेड़वा आदि गावों के लोगों को दूसरे रास्तों से आवागमन करना होता है। अशोक बाजपेई, महेश पाठक, राजेश कुमार, प्रमोद कुमार, राजू आदि लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण के समय गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया। सड़क में प्रयुक्त तारकोल, बोल्डर व गिट्टी उखड़ कर बाहर आ गई है। सड़क के दोनों ओर नालियां बन गई हैं। दो पहिया वाहन लेकर निकलने में जोखिम रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि ईट, मौरंग लादकर आने-जाने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों से सड़क छह महीने में ही सड़क ध्वस्त हो गई।
-
समिति कराएगी गुणवत्ता की जांच
सर्व समाज कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष चंदन ¨सह ने बताया कि लाखों रुपये खर्च करके बनाई गई सड़क छह महीने में ही ध्वस्त हो गई। कई जगह सड़क में दो पहिया वाहन लेकर गुजरना जोखिम भरा साबित होता है। जिलाधिकारी से मुलाकात करके सड़क निर्माण कराने वाली संस्था की जांच की मांग उठाई जाएगी।
-
क्या कहते जिम्मेदार
सड़क इतने जल्दी कैसे ध्वस्त हो गई, इस बारे में संस्था के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी। गुणवत्ता की जांच के बारे में जिलाधिकारी महोदय ही कुछ कह सकते हैं। - राहुल विर्श्वकर्मा, एसडीएम, खागा।