ड्राइविग लाइसेंस परीक्षा में कंप्यूटर करेगा फेल-पास
जागरण संवाददाता फतेहपुर अब वाहन चलाने के लिए ड्राइविग लाइसेंस बनवाना आसान नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : अब वाहन चलाने के लिए ड्राइविग लाइसेंस बनवाना आसान नहीं होगा। शासन ने मैनुअल टेस्टिग परीक्षा की प्रक्रिया को समाप्त कर ड्राइविग टेस्ट के लिए कंप्यूटर पर परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए अत्याधुनिक कंप्यूटराइज्ड प्रयोगशाला बनवाने की सहमति दे दी है।
मुख्य सचिव ने डीएम को पत्र भेजकर अत्याधुनिक प्रयोगशाला के लिए जमीन मुहैया कराने को कहा है। यह जमीन शहर के नउआबाग बाइपास संभागीय परिवहन कार्यालय के समीप व्यवस्था कराने के लिए तहसील प्रशासन से कहा गया है। डीएम के निर्देश पर राजस्व अधिकारी जमीन के तलाश में लग गए है। विभाग का यह मानना है कि प्रयोगशाला तैयार होने में छह माह से अधिक का समय लग जाएगा। नई व्यवस्था में आवेदक को इसकी परीक्षा पास करने के लिए कंप्यूटर से जुड़े चौदह कैमरों के माध्यम से गुजरना पड़ेगा। कंप्यूटर की नजर में जो पास होगा उसी का ड्राइविग लाइसेंस बनेगा। नई व्यवस्था से मैनुअल टेस्ट में हो रहे फर्जीवाडा पर रोक लगेगी। बाइक चलाने वाले को हल्के चार पहिया वाहन का लाइसेंस दे दिया जाता है। नई व्यवस्था में जो आवेदक वास्तव में गाड़ी का संचालन कर पाएगा लाइसेंस उसी को मिल पाएगा। मामले पर एआरटीओ प्रशासन अरविद त्रिवेदी का कहना था कि अब कम्प्यूटर के कैमरे में माध्यम से वाहनों के ड्राइविग लाइसेंस बनेंगे। आवेदक को गाड़ी चलाने का वास्तविक ज्ञान रखना जरुरी होगा।