विशेष पैकेज की सौगात मिले तो बने बात
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: 15 सितंबर को मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों
जागरण संवाददाता, फतेहपुर:
15 सितंबर को मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हाय-तोबा मची है। विपक्ष जहां जिले की समस्याओं का मुद्दा उठा रहें, वहीं पिछले डेढ़ साल में विकास की विशेष पहल न होने की टीस दिखाकर सरकार को फेल बता रहे हैं। सीएम भले ही इन दौरों से वर्ष 2019 चुनाव की सतह मजबूत कर रहें हो, लेकिन विपक्षी दलों के नेता इसे हवा-हवाई बताकर जनता के उन घावों को कुरेद रहे हैं, जिनके चलते आजादी के बाद से पिछड़ेपन का धब्बा लगा है। अधूरा स्पोर्ट्स कालेज, अधूरी ड्रेनेज योजना और अधूरी पेयजल योजनाएं जहां विकास को मुंह चिढ़ा रही है, वहीं मेगा फूड पार्क, केंद्रीय विद्यालय, रेलपार्क जैसी घोषित काम धरातल पर नहीं उतरे हैं। जिले की औद्योगिक बेल्ट के रुप में विकसित मलवां क्षेत्र में आज 75 फीसद रोजगार सिसक रहे है, जिससे जिले में रोजगार की समस्या अहम बनी है। विपक्षी दलों ने सीएम के दौरे को कुछ यूं अंदाज में लिया..। कोर्रा कनक व जाड़े का पुरवा जाएं सीएम
-पूर्व सपा सांसद राकेश सचान ने कहा कि कटान की वजह से कोर्रा कनक और जाड़े का पुरवा गांवों का कटान की वजह से आज अस्तित्व मिटने की कगार पर है। सीएम इन गांवों में जाने के बजाए हसनापुर गांव में विकास देखेंगे। शहर के सीवर लाइन, गाजीपुर से असोथर मार्ग, 15 हजार आबादी वाली आठ बड़ी ग्राम पंचायत को नगर पंचायत तक घोषित नहीं कर पाए, बात विकास की की जा रही है। शहर देखते तो होता विकास का अंदाजा
-सपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र ¨सह ने सीएम के दौरे को लेकर कहा कि विकास की समीक्षा विकास भवन से होनी चाहिए, चूंकि विकास की जिम्मेदारी इस विभाग की है। आखिर उस गांव में कैसे वास्तविक तस्वीर मिलेगी जहां पांच दिन से अफसर गांव को चकाचक करने में जुटे हैं। सीएम को शहर आकर यहां देखना चाहिए और यहां के लिए विशेष पैकेज देकर विकास की घोषणा करना चाहिए। औचक निरीक्षण से मिलती असल तस्वीर
-कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष श्रवण गौड़ कहते है कि सीएम फतेहपुर आ रहे है, इसका कार्यक्रम पांच दिन पहले से घोषित है, सीएम गांव में क्या करेंगे इसका कार्यक्रम भी तय है। ऐसे में कमियां तो दूर ही हो जाएगी। अगर सीएम योगी औचक निरीक्षण करते तो देश के पिछड़े जनपदों में शुमार फतेहपुर की असल तस्वीर देखते। हेलीकाप्टर से उतरना और वहीं पर बैठक करके कागजी समीक्षा करने से जिले में विकास तो होने से रहा। विफलता छिपाने का राजनीतिक स्टंट है दौरा
-बसपा के जिला अध्यक्ष अभिषेक गौतम का कहना है कि केंद्र हो यूपी दोनों ही सरकारें विफल है। चूंकि 2019 का चुनाव निकट है ऐसे में जनता ध्यान बांटने के लिए मुख्यमंत्री ने जनपदों के दौरों का सिलसिला शुरू किया है। इससे जनता हित नहीं है यह केवल राजनीतिक स्टंट है। हसनापुर गांव जो आज चमकने लगा है। सीएम के जाने के बाद यहां पर स्वच्छता की असल कलई खुल जाएगी।