गन्ना नहीं मिलने से 13 दिन पहले बंद हुए खरीद केंद्र
संवाद सहयोगी बिदकी हैदरगढ़ चीनी मिल द्वारा जिले में 5.55 लाख क्विटल गन्ने की खरीद की गई।
संवाद सहयोगी, बिदकी : हैदरगढ़ चीनी मिल द्वारा जिले में 5.55 लाख क्विटल गन्ने की खरीद की गई। हालांकि गन्ना खरीद का चीनी मिल ने भुगतान कर दिया है। गन्ना नहीं मिलने के कारण चीनी मिल को तेरह दिन पहले ही गन्ना खरीद केंद्रों को बंद करना पड़ा।
हैदरगढ़ चीनी मिल को जिले में खजुहा, बकेवर, नसेनियां, जोनिहां, सठिगवां, किशुनपुर, अइमापुर, धाता, धाता अ व ब, सैदनपुर में गन्ना खरीद केंद्र खोले। चीनी मिल को जिला गन्ना सहकारी समिति के आंकड़े के मुताबिक ने जिले भर से 12 लाख क्विटल गन्ने की उपलब्धता थी। चीनी मिल ने गन्ने का बेसिक कोटा तय करते हुए 7.95 लाख क्विटल गन्ना खरीद का लक्ष्य तय किया। हालांकि चीनी मिल ने लक्ष्य का 5.55 लाख क्विटल ही गन्ना खरीदा। इसकी सबसे बड़ी वजह रही चीनी मिल के मांग के अनुरूप किसानों के पास गन्ने की उपलब्धता नहीं थी। चीनी मिल ने कुछ प्रजातियों के गन्ने खरीद पर प्रतिबंध लगा रखा है। इन प्रजातियों को रिजेक्ट प्रजाति में डाल रखा गया है। चीनी मिल ने निर्धारित बेसिक कोटे से 2.4 लाख क्विटल गन्ने की खरीद नहीं की। हालांकि इसके पीछे खुले बाजार में गन्ने के भाव में उछाल को कारण माना जा रहा है। 20 मार्च से चीनी मिल के क्रय केंद्रों में गन्ने की आवक पूरी तरह से घट गई। चीनी मिल ने गन्ना क्रय केंद्रों को फ्री कर दिया। यानी गन्ना लेकर आने वाले किसान को क्रय केंद्र में ही पर्ची उपलब्ध करानी शुरू कर दी। इसके बाद भी गन्ना नहीं आया। इसके बाद चीनी मिल ने 30 मार्च को सभी गन्ना खरीद केंद्र बंद करने का निर्णय लिया। क्रय केंद्रों में गन्ने की उपलब्धता होती तो चीनी मिल 13 अप्रैल तक गन्ने की खरीद करती। गन्ना न मिलने के कारण चीनी मिल ने सभी क्रय केंद्र 13 दिन पहले ही बंद कर दिए। - चीनी मिल ने 30 मार्च को 13 दिन पहले ही जिले के सभी गन्ना क्रय केंद्रों को बंद कर दिया है। किसी गन्ना खरीद केंद्र पर गन्ना नहीं आ रहा था। चीनी मिल ने गन्ना किसानों से खरीदे गए गन्ने का 1701.75 लाख रुपये का भुगतान भी ऑन लाइन खातों में कर दिया है। चीनी मिल ने पूरे गन्ना पेराई सत्र में 5.55 लाख क्विटल की गन्ना खरीद की है। जसवंत सिंह सचिव जिला गन्ना सहकारी समिति फतेहपुर