फतेहपुर में सेटेलाइट से 50 स्थानों पर कूड़ा व घास जलाने की तस्वीरें हुई कैद
जागरण संवाददाता फतेहपुर पराली की रोकथाम के लिए प्रशासन सक्रिय है। प्रतिदिन सेटेलाइट से
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: पराली की रोकथाम के लिए प्रशासन सक्रिय है। प्रतिदिन सेटेलाइट से भी चिन्हांकन रिपोर्ट ली जा रही है। अब तक 77 स्थानों पर आग चलने की पुष्टि सेटेलाइट से हुई है, मजे की बात यह है कि 50 स्थलों के सत्यापन में पाया गया है कि वहां पराली नहीं बल्कि कूड़ा जल रहा था। कूड़ा व घासफूस जलाने के लिए आग लगाई पाई गयी थी। अब प्रशासन यह नहीं तय कर पा रहा है आखिर इसके लिए कार्रवाई किस पर की जाए।
सेटेलाइट निगरानी में अब तक कुल 77 घटनाएं प्रकाश में आई हैं। जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह के अनुसार इन स्थलों की रिपोर्ट सेटेलाइट से मिली तो दूसरे दिन इन स्थलों के सत्यापन पर टीमें मौके पर भेजी गयीं। सत्यापन में नौ स्थल ऐसे पाए गए जहां आग तापने के लिए किसानों ने अलाव जलाया था, 31 स्थान ऐसे मिले जहां खेत या सार्वजनिक स्थल का कूड़ा करकट में किसी ने आग लगा दिया था। दस स्थलों में शार्ट सर्किट व फसल जलने की घटनाएं शामिल हैं। यह आग लगाने के लिए कोई व्यक्ति नहीं है, ऐसे में इन स्थलों पर कार्रवाई के लिए लोग चिन्हित नहीं हुए हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। अब तक 48 किसानों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
60 टन पराली गोशालाओं में पहुंची
जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज के अनुसार जनपद में संचालित हो रही 19 गोशालाओं में पराली एकत्रीकरण चालू है। अब तक 60 टन पराली किसानों के खेत से गोशालाओं में पहुंचा दी गयी है। यह क्रम हर दिन चालू है।
पराली जली तो कार्रवाई तय: डीएम
डीएम संजीव सिंह ने कहा कि पराली जलाने की घटनाएं रोकी जाएं, इसके लिए अभियान चल रहा है। स्पष्ट किया गया है कि जहां भी पराली जली वहां कार्रवाई की जाएगी।