अमेना झील पुनरुद्धार योजना को नहीं मिल रही उड़ान
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : अमेना झील न सिर्फ जल संचयन के लिए उपयोगी सिद्ध होगी बल्कि यह ठिठौरा से
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : अमेना झील न सिर्फ जल संचयन के लिए उपयोगी सिद्ध होगी बल्कि यह ठिठौरा से निकलने वाली ससुर खरेदी नदी को जीवन दे सकती है। झील के पुनरुद्धार की योजना फाइलों में कैद होकर रह गई। झील पर काम न शुरू हो पाने से लोगों में निराशा है। इस झील का क्षेत्रफल बावन बीघे में फैला है।
खजुहा विकास खंड के अमेना गांव में स्थित बावन बीघे क्षेत्रफल में फैली इस झील में सिल्ट भरी है। झील के कुछ हिस्से में अतिक्रमण भी है। झील से निकलने वाला नाला अमेना से शुरू होकर सीधे ठिठौरा में ससुर खरेदी नदी में गिरता है। झील की सिल्ट हटाने के बाद इसमें बारिश का पर्याप्त पानी एकत्र किया जा सकता है। बारिश का संचित जल भू-गर्भ जल स्तर को भी बढ़ाने में सहायक होगा। गर्मी के दिनों झील में निचली गंगा नहर की नेवाजीपुर माइनर से पानी भरा जा सकता है। झील से नहर का पानी सीधे नाले से ठिठौरा झील पहुंचेगा। इस झील के पुनरुद्धार के लिए प्रशासन ने इस पर प्रोजेक्ट तैयार कराया। झील की खोदाई शुरू कराने के लिए पोकलैंड मशीन भी आई। इसके बाद झील की खोदाई नहीं शुरू हो पाई। गहराई कम होने के कारण झील में पानी एकत्र करने की क्षमता बहुत कम है। इन गांव से होकर नदी तक पहुंचता है नाला
-ससुर खरेदी नदी के उद्गम स्थल ठिठौरा को अमेना झील से जोड़ने वाला नाला अमेना, गुलाबपुर, जबरापुर, डीघ, हरदौली, सरदारपुर, तारपुर, सहिली, रातवपुर होकर पहुंचता है। इस नाले के आसपास हजारों बीघे खेती की ¨सचाई हो सकती है।
-अमेना झील का पुनरुद्धार होना है। रेलवे के ठेकेदार से खोदाई की बात हुई थी। पर उस पर काम नहीं हो पाया है। अब फिर से इस पर ब्लाक स्तर पर काम कराने के लिए खंड विकास अधिकारी के साथ बात की जाएगी।
- सुशील कुमार गोंड, एसडीएम ¨बदकी