बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था, जाम से जूझ रहे शहरी
जागरण संवाददाता फतेहपुर शहर के पत्थर कटा चौराहे पर सुबह पहर दस बजे ऐसा जाम लगा ि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शहर के पत्थर कटा चौराहे पर सुबह पहर दस बजे ऐसा जाम लगा कि लोग समय से दफ्तर नहीं पहुंच पाए तो लोग घंटों फंसे रहे। जिसको रास्ता मिला वह दूसरे रास्ते से दूरी नापता हुआ नजर आया। जिला अस्पताल रोड, चौक रोड, स्टेशन रोड, एसबीआई मुख्य शाखा की रोड में एक साथ सैकड़ों वाहन फंस गए। खास बात यह है कि यातायात नियंत्रण के लिए चौराहे पर लगे होमगार्ड से भी मामला नहीं संभला तो लोगों ने खुद पैरवी कर जाम की समस्या से छुटकारा पाया।
शहर में जाम आम बन गया है, कब कोई कहां फंस जाए कहा नहीं जा सकता है। दस मिनट की दूरी पूरी करने में घरों से निकले लोग घंटों बाद पहुंच पाए। पत्थर कटा चौराहे पर पालिका की जेसीबी, ई-रिक्शा, कारें, मोटर साइकिलें ऐसी फंसी कि निकल नहीं पाई। समय से दफ्तर और जिला अस्पताल पहुंच कर इलाज पाने की मंशा पालने वाले जाम के झाम में फंसे रहे। यातयात नियंत्रण के लिए लगे होमगार्ड पहले तो लापरवाही करते हुए दिखे। बाद में जद्दोजहद करते रहे लेकिन लंबे जाम के चलते वह भी बेवश रहे। जाम में फंसी गाड़ियों को वह छुटकारा नहीं दिला पाए। रास्ते मिलने पर लोग खुद गलियों के रास्ते निकल गए। ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सुबह पहर पत्थर कटा चौराहे में जाम की सूचना मिली तो मौके पर पहुंच कर जाम खुलवाया गया।
टूट-फूट के बाद फुटपाथ भी दुरुस्त नहीं
शहर में आठ माह पहले व्यापक पैमाने पर अतिक्रमण अभियान चलाया गया था। फुटपाथ खाली कराकर चौड़ी सड़क का सपना दिखाया गया था। प्रशासन की लापरवाही के चलते टूट फूट के बाद फुटपाथ को संवारा नहीं जा रहा है। पक्का कराने के बजाए उसे संवारने के इंतजाम भी पालिका प्रशासन नहीं कर पा रहा है। जिससे भी जाम की समस्या गहराई हुई है। लोगों का कहना है कि अगर फुटपाथ ही संवार दिया जाए तो जाम जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है।