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9.27 करोड़ खपाई धनराशि, बनते ही टूटने लगी सड़कें

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: पूर्वांचल के हिस्से में पड़ने वाले अपने जिले में विकास कार्य तेज ह

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 10:43 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 10:43 PM (IST)
9.27 करोड़ खपाई धनराशि, बनते ही टूटने लगी सड़कें
9.27 करोड़ खपाई धनराशि, बनते ही टूटने लगी सड़कें

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: पूर्वांचल के हिस्से में पड़ने वाले अपने जिले में विकास कार्य तेज हो इसके लिए जिले की हर साल पूर्वांचल विकास में भागीदारी रही। बीते चार सालों में जिले को इस मद में 9.27 करोड़ की राशि मिली। इसमें माननीयों के प्रस्ताव पर सीसी रोड़, इंटरला¨कग, नाली आदि के कार्य कराए गए, लेकिन कामों की गुणवत्ता पर शुरू से ही सवाल उठते रहे। करोड़ों की धनराशि खपाकर एक तरफ यह सड़कें बनाई गयी तो दूसरी तरफ बनने के साथ ही इनके टूटने का काम शुरू हो गया। अब डीएम ने बीते चार सालों के कामों का ब्योरा तलब किया है।

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डीएम आंजनेय कुमार ¨सह जिस प्रकार से पूर्वांचल विकास निधि के खर्च की जानकारी जुटा रहे हैं, उससे एक बात तो तय है कि अब करोड़ों की धनराशि से हुए काम की गुणवत्ता जांची जाएगी। जो काम समय से पहले ही ध्वस्त हो चुके हैं उनके ऊपर कार्रवाई भी होगी। बता दें कि पूर्वांचल विकास निधि का पैसा ग्रामीण अभियंत्रण सेवा प्रखंड को मिला है। जिसने विधायक, एमएलसी आदि के प्रस्तावों पर करीब 127 जगहों पर सीसी रोड, नाली आदि का निर्माण किया है। सवाल यह है कि इन कामों की तकनीकी जांच क्यों नहीं कराई गयी, बिना तकनीकी जांच के ही काम के बदले दाम का भुगतान कार्यदायी संस्था ने ठेकेदारों को कर दिया। बताते हैं कि इस काम के लिए ठेकेदारों व कार्यदायी संस्था का गठजोड़ अर्से से चल रहा है, जिसके दम पर काम की गुणवत्ता को प्रभावित कर कमीशन बाजी को अंजाम दिया जा रहा है। क्या कहते हैं जिम्मेदार..

पूर्वांचल विकास निधि से बीते चार साल में कितने काम हुए और उन कामों की स्थिति क्या है, यह रिपोर्ट ग्रामीण अभियंत्रण सेवा प्रखंड से तलब की गयी है। जिन जगहों पर कामों को लेकर शिकायत है वहां जांच कराई जाएगी और देखा जाएगा कि निर्माण में मानक को पूरा ख्याल रखा गया है या नही। जो काम चल रहे हैं उनके पूर्ण होने पर त्रिस्तरीय कमेटी से जांच कराई जाएगी। ..आंजनेय कुमार ¨सह डीएम

पूर्वांचल विकास निधि के काम पर एक नजर

वर्ष खर्च धनराशि हुए काम

2014-15 87.43 लाख 16

2015-16 234.99 लाख 29

2016-17 302.31 लाख 46

2017-18 302.35 लाख 36


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